'हम अफगानिस्तान के साथ...', मुत्ताकी के भारत दौरे से पहले विदेश मंत्रालय का बड़ा बयान
अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी अगले हफ्ते भारत की यात्रा पर आ रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की तालिबान प्रतिबंध समिति ने यात्रा प्रतिबंध में छूट दी है। अगस्त 2021 में तालिबान के सत्ता पर कब्जा करने के बाद यह काबुल से भारत की पहली मंत्रिस्तरीय यात्रा होगी।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी अगले हफ्ते भारत की यात्रा पर आएंगे। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की तालिबान प्रतिबंध समिति ने तालिबान नेता पर लगे यात्रा प्रतिबंध में छूट को मंजूरी दे दी है। मुक्ताकी के दौरे को लेकर विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया दी है।
विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "हम अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार के साथ बातचीत कर रहे हैं। आपने कुछ समय पहले विदेश मंत्री और विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी के बीच हुई बातचीत देखी होगी। हमने अफगानिस्तान के प्रभारी संयुक्त सचिव और उनके समकक्षों के बीच भी बातचीत की थी। हाल ही में, जब भूकंप आया, उसी दिन हम कुनार प्रांत में राहत सामग्री पहुंचाने में सफल रहे और बाद में, हमने चाबहार के रास्ते और राहत सामग्री भेजी। इस यात्रा से संबंधित सभी घटनाक्रमों से हम आपको अवगत कराते रहेंगे।"
मुक्ताकी को 2001 से प्रतिबंधित सूची में डाला गया
मुत्ताकी को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने 25 जनवरी, 2001 को प्रतिबंधित सूची में डाला था और उन पर यात्रा प्रतिबंध, संपत्ति जब्त और हथियार प्रतिबंध लगाया गया था। प्रतिबंध समिति की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, संकल्प 1988 (2011) के अनुसार स्थापित सुरक्षा परिषद समिति ने 30 सितंबर, 2025 को आमिर खान मुत्ताकी को 9 से 16 अक्टूबर, 2025 तक नई दिल्ली, भारत की यात्रा करने के लिए यात्रा प्रतिबंध से छूट को मंजूरी दी।
तालिबानी मंत्री की पहली भारत यात्रा
अगस्त 2021 में अफगानिस्तान में तालिबान की ओर से सत्ता पर कब्जा करने के बाद यह काबुल से भारत की पहली मंत्रिस्तरीय यात्रा होगी। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि मुत्ताकी ने तालिबान शासन के दौरान संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व वाली वार्ता में तालिबान प्रतिनिधि के रूप में भी काम किया था। आमिर खान मुत्ताकी को तालिबान का एक प्रमुख सदस्य माना जाता है।
समिति में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सभी 15 सदस्य शामिल हैं और यह सर्वसम्मति से अपना निर्णय लेती है। 1988 की तालिबान प्रतिबंध समिति का वर्तमान अध्यक्ष पाकिस्तान है। 2025 के लिए इसके दो उपाध्यक्ष गुयाना और रूस हैं।
(न्यूज एजेंसी एएनआई के इनपुट के साथ)
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