Voter ID के लिए अब आधार और मोबाइल नंबर जरूरी, चुनाव आयोग ने किया बड़ा बदलाव
चुनाव आयोग ने ऑनलाइन वोटर लिस्ट सेवाओं के लिए आधार से लिंक मोबाइल नंबर अनिवार्य कर दिया है। अब वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने हटाने या बदलाव करने के लिए आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर देना होगा। आयोग के अनुसार यह नियम लागू हो चुका है और बिना आधार लिंक वाले मोबाइल नंबर के कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने बड़ा फैसला लेते हुए अब ऑनलाइन वोटर लिस्ट से जुड़ी सभी सेवाओं के लिए आधार से लिंक मोबाइल नंबर अनिवार्य कर दिया है। यानी यदि कोई मतदाता नाम जोड़ना, हटाना या बदलाव करना चाहता है तो उसे आधार-लिंक मोबाइल नंबर देना होगा।
आयोग के अधिकारी ने NDTV को बताया कि करीब एक महीने पहले ही यह फैसला लिया गया था और आईटी विभाग इसे लागू करने की तैयारी कर रहा था। अब यह सिस्टम पूरी तरह शुरू हो चुका है। इस कदम के बाद बिना आधार से जुड़े मोबाइल नंबर के कोई आवेदन स्वीकार नहीं होगा।
राहुल गांधी का आरोप
यह फैसला उस समय आया है जब कर्नाटक में बड़े पैमाने पर वोटर डिलीशन को लेकर विवाद चल रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि कर्नाटक में सिस्टमेटिक वोटर डिलीशन हो रहा है और इसके पीछे एक तीसरी ताकत काम कर रही है।
उन्होंने दावा किया कि अलंद विधानसभा सीट से 6018 वोटर डिलीट कर दिए गए। उन्होंने चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाया। राहुल ने कहा कि यह साधारण गलती नहीं बल्कि एक संगठित साजिश है और जल्द ही इस पर और बड़े खुलासे होंगे।
चुनाव आयोग ने दी सफाई
कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी वी. अंबुकुमार ने राहुल गांधी के आरोपों को खारिज किया। उन्होंने बताया कि दिसंबर 2022 में अलंद विधानसभा से 6018 वोटरों को हटाने के लिए ऑनलाइन फॉर्म-7 आवेदन मिले थे। इतनी बड़ी संख्या देखकर जांच की गई।
जांच में सिर्फ 24 आवेदन सही पाए गए, जबकि 5994 गलत थे और उन्हें रद कर दिया गया। यानी कोई सामूहिक वोटर डिलीशन नहीं हुआ। इस फर्जीवाड़े की जांच के लिए FIR भी दर्ज की गई।
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