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भारतीय वायुसेना में शामिल होंगे 97 'LCA Mark 1A फाइटर जेट', Mig 21 विमान की जगह लेगा तेजस का एडवांस वर्जन

भारतीय वायु सेना (IAF) के प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा कि हमने 83 एलसीए मार्क 1ए के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। हमने 97 और विमानों की मांग की है जिसके बाद हमारे पास 180 विमान होंगे। मालूम हो कि LCA मार्क-1A तेजस विमान का एडवांस वर्जन है जिसमें अपग्रेडेड एवियोनिक्स और रडार सिस्टम लगे हुए हैं।

By AgencyEdited By: Shalini KumariPublished: Tue, 03 Oct 2023 01:05 PM (IST)Updated: Tue, 03 Oct 2023 01:05 PM (IST)
भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल होंगे 97 'मेड इन इंडिया' फाइटर जेट

एजेंसी, नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना के बेड़े में 'मेड इन इंडिया' 97 फाइटर जेट शामिल होने वाली है। दरअसल, स्वदेशी एयरोस्पेस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए वायुसेना ने यह फैसला लिया है। हालांकि, इसके पहले भी 83 फाइटर विमान के लिए अनुबंध हुआ था। यह दूसरा अनुबंध हुआ है, जिसमे 97 विमानों को शामिल करने की मांग की है। 

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वायुसेना के बेड़े में शामिल होंगे 97 विमान

भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा, "हमने 83 एलसीए मार्क 1ए के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। हमने 97 और विमानों की मांग की है, जिसके बाद हमारे पास 180 विमान होंगे"

प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा, "हम 2025 तक मिग-21 लड़ाकू विमान उड़ाना बंद कर देंगे और उनकी जगह एलसीए तेजस ले लेंगे। एक या दो महीने में, एक मिग-21 स्क्वाड्रन को नंबर दिया जाएगा और उसके बाद आखिरी स्क्वाड्रन को लॉन्च किया जाएगा।"

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मजबूत और विश्वसनीय सेना की आवश्यकता

वीआर चौधरी ने कहा, "हमारे क्षेत्र में अस्थिर और अनिश्चित भू-राजनीतिक परिदृश्य के कारण, एक मजबूत और विश्वसनीय सेना की आवश्यकता काफी अनिवार्य हो गई है। इंडो-पैसिफिक क्षेत्र नया आर्थिक और दुनिया के गुरुत्वाकर्षण का रणनीतिक केंद्र है। यह हमें चुनौतियां और कई तरह के अवसर प्रदान करता है। भारतीय वायु सेना, सबसे दूर तक देखने, सबसे पहले पहुंचने और सबसे कठिन हिट करने की अपनी अंतर्निहित क्षमता के साथ, इन चुनौतियों को कम करना और क्षेत्र में भारत की ताकत को प्रदर्शित करने में एक आधार बना रहेगा।"

इनपुट के आधार पर बनाते हैं योजना

एयर चीफ मार्शल ने कहा, "हम खुफिया जानकारी, निगरानी और टोही के माध्यम से सीमा पार स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं। हमारी योजनाएं गतिशील हैं और विकासशील स्थितियों के अनुसार बदलती रहती हैं। जिन जगहों पर संख्या के आधार पर विरोधियों का मुकाबला करना मुश्किल होगा, उन जगहों पर हम बेहतर रणनीति के जरिए उनका मुकाबला करेंगे। हम इनपुट के आधार पर अपनी ISR योजनाओं में बदलाव करते रहते हैं।

रूस से मिली S-400 की तीन इकाइयां

एक सवाल का जवाब देते हुए, एयर चीफ मार्शल चौधरी ने कहा कि भारतीय वायुसेना को रूस से एस-400 मिसाइल सिस्टम की तीन इकाइयां मिलीं और उसे अगले साल तक शेष दो प्राप्त होने की उम्मीद है। उन्होंने यह भी कहा कि वायुसेना ने अग्निपथ योजना के सफल कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। थिएटराइजेशन योजना पर उन्होंने कहा कि इस पर काम चल रहा है।

फरवरी 2024 में होगी 83 विमानों की डिलीवरी

गौरतलब है कि इस ऑर्डर के पहले भी एलसीए मार्क 1A के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए थे। पिछला ऑर्डर 83 विमानों का था, जिसकी डिलीवरी फरवरी 2024 तक होगी। हालांकि, यह ऑर्डर सबसे बड़ा ऑर्डर है। एलसीए तेजस फाइटर प्लेन एक बार फिर भारतीय वायुसेना में शामिल होंगे। मालूम हो कि LCA मार्क-1A, तेजस विमान का एडवांस वर्जन है, जिसमें अपग्रेडेड एवियोनिक्स और रडार सिस्टम लगे हुए हैं।

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