घुसपैठ पर लगाम: भारत-पाक सीमा को सील करने की तैयारी में केंद्र सरकार
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक 100 से ज्यादा आतंकी घुसपैठ कर सकते हैं। आतंकियों पर लगाम लगाने के लिए सरकार भारत-पाक सीमा को पूरी तरह से सील करने पर विचार कर रही है।
नई दिल्ली,जेएनएन । उड़ी हमलों के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। इस बीच खुफिया एजेंसियों ने जानकारी दी है कि100 से ज्यादा आतंकी सीमापार से भारतीय सीमा में दाखिल हो सकते हैं। इन सबके बीच केंद्र सरकार पाकिस्तान से लगी भारत की 2300 किमी लंबी सीमा को पूरी तरह से सील करने पर विचार कर रही है। इस सिलसिले में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने एक बैठक बुलायी है। शुक्रवार को जैसलमेर में होने वाली बैठक में जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात के सीएम शामिल होंगे।
भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर को सील करने की तैयारी
केंद्र सरकार के प्रस्ताव के मुताबिक एक या दो अधिकृत चेकपोस्ट बनाए जाएंगे जिनके जरिए लोगों और माल की आवाजाही हो सकेगी। भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा की निगरानी बीएसएफ द्वारा की जाएगी। जबकि लाइन ऑफ कंट्रोल की हिफाजत सेना करेगी। फिलहाल एलओसी पर अधिकृत तौर पर उड़ी-सलमाबाद और पुंछ-रावलकोट के जरिए व्यापार होता है।
सीमापार से घुसपैठ की कोशिश में आतंकी
बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना उचित मौके की तलाश में है जब वो इन दहशतगर्दों को भारत में नापाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए भारत भेज सके।इस बीच सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा कि बीते कुछ दिनों से हमारे जवानों ने भारतीय सीमा के पास मानव रहित विमान को उड़ते हुए देखा है।
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UAV के जरिए पाक कर रहा है जासूसी
बीएसएफ के महानिदेशक केके शर्मा के मुताबिक हमने मानव रहित विमानों को सीमा के 100 मीटर के दायरे में आते हुए देखा है। शायद वे हमारी तैयारी की जानकारी लेना चाहते हैं लेकिन मैं आपको यकीन दिला सकता हूं कि हम करारा जवाब देने में समर्थ हैं और आतंकियों के किसी भी नापाक इरादे को कामयाब नहीं होने देंगे।’ बीएसएफ प्रमुख ने कहा कि बल ने सीमा पर गांवों को खाली कराने का कोई आदेश जारी नहीं किया है और ऐसे निर्देश राज्यों के नागरिक प्रशासनों ने जारी किए हैं।
उन्होंने बताया कि बांग्लादेश से लगते पूर्वी मोर्चे पर भी सुरक्षा तैयारी का जायजा लिया जा रहा है। ताकि आतंकवादी भारत में घुसपैठ करने और हमला करने के लिए पड़ोसी देशों का इस्तेमाल न कर सकें। बीएसएफ और उसके बांग्लादेशी समकक्ष बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) ने सर्जिकल स्ट्राइक्स के बाद की सुरक्षा स्थिति पर मंगलवार को संपन्न हुई द्विवार्षिक वार्ता के दौरान चर्चा भी की। उन्होंने बताया कि आतंकियों के बांग्लादेश की धरती का इस्तेमाल किए जाने संबंधी कोई नई जानकारी नहीं है, फिर भी भारत-बांग्लादेश सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी गई है।
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