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    कौन हैं भोपाल के गिरिराज जो पहले कांस्टेबल फिर एडीई और अब सेल्फ स्टडी की मदद से डिप्टी कलेक्टर बनें

    Updated: Sat, 13 Sep 2025 04:03 PM (IST)

    एमपीपीएससी की ओर से पीसीएस परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया गया है। इस परीक्षा में देवांशु शिवहरे ने टॉप किया है। साथ ही इस साल 13 डिप्टी कलेक्टर के पदों पर उम्मीदवारों का चयन किया गया है जिसमें से पांच लड़कियों ने बाजी मारी है। यहां देखें पीसीएस परीक्षा में सफल टॉपर्स की कहानी।

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    यहां देखें टॉपर्स की सफलता की कहानी।

    एजुकेशन डेस्क, नई दिल्ली: मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) की ओर से 12 सितंबर को पीसीएस परीक्षा का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया गया है। एमपीपीएससी की ओर से पीसीएस फाइनल रिजल्ट 87:13 के अनुपात में जारी किया गया है। बता दें, आयोग की ओर से फिलहाल 87 प्रतिशत पदों की रैंक लिस्ट जारी की गई है, जबकि 13 प्रतिशत पदों पर भर्ती अभी की जानी है। इसके साथ ही MPPSC PCS Final Result 2024 में देवांशु शिवहरे ने कुल 953 अंकों के साथ टॉप किया है। बता दें, इस भर्ती परीक्षा के माध्यम से आयोग की ओर से डिप्टी कलेक्टर के कुल 13 पदों में से 5 पदों पर लड़कियों का चयन किया गया है। इसके साथ ही डीएसपी के कुल 19 पदों में से कुल 6 लड़कियों का नाम लिस्ट में शामिल है। 

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    एमपीपीएससी की ओर से पीसीएस परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया गया है। ऐसे में उन अभ्यर्थियों की मेहनत पर भी बात की जानी चाहिए, जिन्होंने तैयारी के दौरान न केवल अपने हौसलों को बुलंद रखा, बल्कि एक सकारात्मक दृष्टिकोण को अपनाते हुए तैयारी में जुटे रहे और सफलता ही नई कहानी लिख दी। एमपीपीएससी की परीक्षा की तैयारी के दौरान देवांशु शिवहरे, हर्षिता दवे और गिरिराज परिहार की सफलता की कहानी बेहद ही प्रेरणादायक रही है।

    देवांशु शिवहरे

    पीसीएस परीक्षा के फाइनल रिजल्ट में देवांशु शिवहरे ने पहला स्थान प्राप्त करके टॉप किया है। देवांशु शिवहरे श्योरपुर के रहने वाले हैं। उन्होंने इंदौर में इंजीनियरिंग करते वक्त अपने सीनियर की सफलता से प्रभावित होकर एमपी पीसीएस परीक्षा की तैयारी शुरू की। साल 2022 में अपने पहले प्रयास में ही देवांशु शिवहरे ने सफलता प्राप्त की और टैक्स इंस्पेक्टर बन गए। हालांकि डिप्टी कलेक्टर बनने के लिए उन्होंने दोबारा परीक्षा दी, लेकिन इंटरव्यू में सफल नहीं हो पाए। इसके बाद गुना में ट्रेनिंग के दौरान ही उन्होंने कोचिंग शुरू की और इस साल पीसीएस परीक्षा में टॉप किया।

    हर्षिता दवे

    हर्षिता दवे अपने दूसरे प्रयास में डिप्टी कलेक्टर बनी हैं। उन्होंने इस परीक्षा में पांचवां स्थान प्राप्त किया हैं। बता दें, इससे पहले प्रयास में हर्षिता मुख्य परीक्षा में सफल नहीं हो पाई थी। इसके अलावा उन्होंने  90 से ज्यादा राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय वाद-विवाद प्रतियोगिताएं जीती है। हर्षिता दवे ने पॉलिटिकल साइंस और सोशियोलॉजी विषय से स्नातक पूरा किया है।

    गिरिराज परिहार

    भोपाल के रहने वाले गिरिराज परिहार एक किसान पिता के बेटे हैं। गिरिराज ने एमपी पीसीएस की फाइनल परीक्षा में आठवां स्थान प्राप्त किया है। बता दें, इससे पहले गिरिराज कांस्टेबल थे। फिर वह एडीई बने और इस साल एमपी पीसीएस की परीक्षा में आठवां स्थान प्राप्त करके डिप्टी कलेक्टर बन गए हैं। डिप्टी कलेक्टर बनने के लिए उन्होंने न केवल दिन रात कड़ी मेहनत की है, बल्कि सेल्फ स्टडी की मदद से डिप्टी कलेक्टर बनने के लिए उन्होंने कांस्टेबल और एडीई रहते हुए 9 साल तक अपनी पढ़ाई जारी रखी। 

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