Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bangar and Khadar soil: खादर और बांगर मिट्टी होती है अलग-अलग, जानिए किन क्षेत्रों में की जा सकती है अच्छी खेती

    By Jagran NewsEdited By: Nidhi Avinash
    Updated: Tue, 04 Apr 2023 03:55 PM (IST)

    Difference between Khadar and Bangar मिट्टी दो प्रकार की होती है। पहली- खादर और दूसरी-बांगर। खादर एक निचला इलाका है। यह क्षेत्र नदी के आसपास होता है। समय-समय पर बाढ़ आने के कारण यहां की मिट्टी हमेशा जमा होती है।

    Hero Image
    Bangar and Khadar soil: खादर और बांगर मिट्टी होती है अलग-अलग

    नई दिल्ली, जागरण डेस्क। Difference between Khadar and Bangar: विभिन्न रचनाओं से बनी धरती पर पेड़-पौधे, झील, नदियां, पहाड़ और मिट्टी जैसी कई चीजें शामिल है। हर एक चीज का अपना एक रूप और प्रकार है। काफी कम लोगों को इसकी जानकारी होगी की मिट्टी के भी दो प्रकार होते है। दोनों प्रकार की मिट्टी अलग-अलग इलाकों में पाई जाती है और इनका इस्तेमाल भी अलग होता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    खादर

    मिट्टी दो प्रकार की होती है। पहली- खादर और दूसरी-बांगर। खादर एक निचला इलाका है। यह क्षेत्र नदी के आसपास होता है। समय-समय पर बाढ़ आने के कारण यहां की मिट्टी हमेशा जमा होती है। यहां की मिट्टी ताजा होने के साथ-साथ काफी उपजाऊ भी होती है। खादर इलाकों में ही सबसे ज्यादा खेती होती है। दिल्ली का यमुना का इलाका खादर है, जहां खेती भी होती है। यमुना पर मिलने वाले बालू का निर्माण घर बनाने के लिए भी किया जाता है। नदी किनारे के आसपास के क्षेत्र खादर इलाके में आता है।

    बांगर

    यह इलाका खादर से बिल्कुल विपरित है। यह क्षेत्र नदी से बहुत दूर पाई जाती है। यह काफी ऊंचाई वाला क्षेत्र है, जहां बाढ़ का पानी आ ही नहीं सकता। यहां की मिट्टी में कोई बदलाव नहीं होता। साथ ही यहां की मिट्टी काफी पुरानी होती है। इस क्षेत्र की मिट्टी खादर इलाके की तरह उपजाऊ बिल्कुल नहीं होती है, जिसके कारण यहां खेती भी न के बराबर होती है। बांगर क्षेत्र में मिलने वाली मिट्टी में कणों का आकार बड़ा होता है और इसमें बिल्कुल भी नमी नहीं पाई जाती।

    खादर और बांगर में अंतर

    • खादर क्षेत्र की मिट्टी उपजाऊ होती है, वहीं बांगर क्षेत्र की मिट्टी अधिक उपजाऊ नहीं होती है।
    • खादर क्षेत्र में आराम से खेती की जा सकती है, वहीं बांगर में खेती न के बराबर होती है।
    • निचली इलाकों में होने के कारण खादर क्षेत्र में बाढ़ जल्दी आती रहती है।
    • ऊंचाई वाले क्षेत्र में होने के कारण बांगर में बाढ़ नहीं आती।
    • खादर क्षेत्र में बार-बार बाढ़ आने से नई मिट्टी मिल जाती है।
    • बांगर क्षेत्र में पुरानी मिट्टी ही जमा रहती है।
    • खादर क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के जीव-जंतु मिल जाएंगे।
    • बांगर क्षेत्र में मिलने वाले जीव-जंतु अलग होते हैं।