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    UPSC Success Story: बिना कोचिंग के स्व-अध्ययन के बल पर यूपीएससी किया क्रैक, AIR 9 हासिल कर आईएएस बनीं सौम्या शर्मा

    आईएएस बनने के लिए कई लोग वर्षों तक कठिन मेहनत करते हैं तो कई लोग अपनी काबिलियत के दम पर कुछ ही दिनों में इस मुकाम को हासिल कर लते हैं। ऐसी ही कहानी है 16 वर्ष की आयु में अपने सुनने की क्षमता खोने वाले सौम्या शर्मा की जिन्होंने केवल 4 महीने की तैयारी और केवल स्व-अध्ययन के बल पर प्रीलिम एग्जाम में 9वीं रैंक हासिल कर ली।

    By Amit Yadav Edited By: Amit Yadav Updated: Thu, 07 Mar 2024 01:04 PM (IST)
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    UPSC Success Story: आईएएस सौम्या शर्मा ने 4 महीने की तैयारी में क्रैक किया था यूपीएससी प्रीलिम।

    एजुकेशन डेस्क, नई दिल्ली। आईएएस का पद हमारे देश में प्रतिष्ठित पदों में से एक माना जाता है। अगर कोई आईएएस बन जाता है तो देशभर में उसको नाम और प्रसिद्धि हासिल होती है। लेकिन लाखों उम्मीदवारों में से कुछ ही लोग इस पद को प्राप्त कर पाते हैं क्योंकि इस पद के लिए होने वाले यूपीएससी एग्जाम को हर कोई पास नहीं कर पाता है।

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    कुछ लोग इस एग्जाम को पास करने के लिए वर्षों का समय लगाते हैं लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं तो अपनी काबिलियत के दम पर बेहद कम समय में ही इस चुनौती को पार कर लेते हैं। आज हम ऐसी ही एक आईएएस सौम्या शर्मा की बात करेंगे जिन्होंने बेहद कम समय में इस परीक्षा को पास कर लिया।

    चार महीने की तैयारी में हासिल कर ली सफलता

    आईएएस सौम्या शर्मा ने आईएएस प्रीलिम एग्जाम को केवल 4 महीने में ही क्रैक कर लिया था, इस एग्जाम में उन्होंने देशभर में 9वीं रैंक हासिल की। उन्होंने ग्रेजुएशन के बाद वर्ष 2017 में इस एग्जाम को देने का विचार बनाया और पहले ही अटेम्प्ट में आईएएस बनने का गौरव हासिल किया।

    सुनने की क्षमता खोने के वाबजूद हौसला नहीं खोया

    आईएएस सौम्या शर्मा ने 16 वर्ष की उम्र में सुनने की क्षमता को खो दिया था। लेकिन उन्होंने इससे हार नहीं मानी और आईएएस बनने के अपने सपने को जिन्दा रखा और इसे पूरा किया। उन्होंने स्कूल से शिक्षा ग्रहण करने के बाद नेशनल लॉ स्कूल में एडमिशन लेकर लॉ की डिग्री हासिल की है।

    10 से 15 घंटे तक की पढ़ाई

    सौम्या के पास तैयारी के लिए समय बेहद कम था ऐसे में उन्होंने प्रतिदिन 10 से 15 घंटे तक अध्ययन किया। उन्होंने पूरी पढ़ाई स्व-अध्ययन के दम पर की, इसके लिए उन्होंने किसी भी कोचिंग सेंटर का सहारा नहीं लिया।

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