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    इस देश की राजधानी में नहीं है एक भी ट्रैफिक लाइट, नेचर को बचाने के लिए प्लास्टिक भी कर रखी है बैन

    Updated: Wed, 24 Sep 2025 08:05 PM (IST)

    भूटान को सबसे खुशहाल देश माना जाता है। यहां की खूबसूरती और संस्कृति कई पर्यटकों को आकर्षित करती है। साथ ही भूटान एक ऐसा देश है जिसकी राजधानी में एक भी ट्रैफिक लाइट नहीं है। भूटान पर्यावरण को बचाने के लिए ऐसा देश भी है जिसने दुनिया में सबसे पहले प्लास्टिक बैन की थी।

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    भूटान के इस शहर में नहीं है ट्रैफिक लाइट।

    एजुकेशन डेस्क, नई दिल्ली: भूटान एक ऐसा देश जहां सकल राष्ट्रीय खुशी को सबसे ज्यादा महत्व दिया जाता है। लोगों की खुशी के पैमाने को बढ़ाने के लिए बच्चों को बचपन से ही खुशी के असल मायनों से अवगत किया जाता है। यह देश सबसे खुशहाल देशों की सूची में शामिल है। भूटान का वातावरण व खूबसूरती लोगों का मन तो मोह ही लेती ही है। साथ ही इस देश में अपराध के मामले भी सबसे कम पाए जाते हैं। भूटान हिमालय की पूर्वी चोटियों पर बसा एक बेहद ही खूबसूरत व शांतिमय देश है। ऐसे में अगर आप भी भूटान जाने की सोच रहे हैं या भूटान के बारे में और अधिक जानना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए उपयोगी हो सकता है।

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    भूटान का ध्वज और राजधानी

    भूटान के झंडे का रंग पीला और नारंगी है। इस झंडे में सफेद ड्रैगन का निशान बना हुआ है, जिसे "लैंड ऑफ द थंडर ड्रैगन" कहा जाता है। इस झंडे में ड्रैगन रत्न से बना हुआ है। यह भूटान की राष्ट्रीय संपदा और पूर्णता का प्रतीक है। बता दें, इससे पहले ड्रैगन हरा रंग का था, जिसे अब सफेद रंग में बदल दिया गया है। ड्रैगन का सफेद रंग भूटान की जातीय समूहों की पवित्रता और निष्ठा को दर्शाता है, जबकि पीला और नारंगी रंग राजा की शक्ति को दर्शाता है। इसके साथ ही भूटान की राजधानी थिंपू है।

    राजधानी में एक भी ट्रैफिक लाइट नहीं

    भूटान की राजधानी थिम्पू एक ऐसा शहर है, जहां ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए शहर में एक भी ट्रैफिक लाइट नहीं है। यह चीज भूटान को अन्य देशों की तुलना में सबसे अलग बनाती है। यहां लोग गाड़ी बहुत धीरे और सावधानी से चलाते हैं। साथ ही ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए पुलिस की हर चौराहे पर तैनाती की जाती है।

    ऊंचे पहाड़ों पर चढ़ने पर मनाही

    भूटान केवल अपनी खूबसूरती के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी संस्कृति और परंपराओं के लिए भी जाना जाता है। दरअसल भूटान में एक ऐसा कानून है, जिसके तहत पर्वतारोहियों को लगभग 6,000 मीटर से ज्यादा ऊंचे पहाड़ों पर चढ़ने पर सख्त मनाही है। माना जाता है कि सबसे ऊंचे पहाड़ों में देवी देवताओं का घर होता और इस लिहाज से यह स्थल सबसे पवित्र माना जाता है। बता दें, गंगखार पुएनसुम भूटान और दुनिया का सबसे ऊंचा पहाड़ है। इसकी ऊंचाई लगभग 7,570 मीटर है।

    दुनिया का सबसे रहस्यमयी मठ

    भूटान में आने वाले सभी पर्यटकों के लिए भूटान का "टाइगर नेस्ट मोनास्ट्री" एक आकर्षण का केंद्र है। यह दुनिया का सबसे खूबसरत और रहस्मयी मठ है। इसका निर्माण 17वीं शताब्दी के अंत में एक चट्टान पर बनी गुफा के स्थान पर हुआ था। कई तीर्थयात्रियों के लिए यह केंद्र भक्ति, आराधना और एक पवित्र स्थान की तरह माना जाता है।

    प्लास्टिक बैन करने वाला पहला देश

    भूटान ने अपनी खुशहाली और खूबसूरती से ही सबको आकर्षित नहीं किया है, बल्कि भूटान में कुछ ऐसी अनोखी चीजें भी है, जो इसे सबसे अलग बनाती है। दरअसल भूटान दुनिया का पहला एक ऐसा देश है, जिसने साल 1999 में प्लास्टिक पर पूरी तरह से बैन लगा दिया था। इसके अलावा, भूटान साल 1998 में अपने देश में टीवी शुरू करने वाला सबसे अंतिम देश है। 

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