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    डीयू के एसओएल में 94 हजार से अधिक दाखिले, बीकाॅम और पाॅलिटिकल साइंस सर्वाधिक लोकप्रिय

    Updated: Wed, 17 Sep 2025 05:38 PM (IST)

    दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) में इस वर्ष 94571 छात्रों ने स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिला लिया जिसमें बीकॉम सबसे लोकप्रिय रहा। एसओएल ने प्रवेश की अंतिम तिथि 1 अक्टूबर तक बढ़ा दी है। बीकॉम और बीए ऑनर्स पॉलिटिकल साइंस में छात्रों की विशेष रुचि रही। इस वर्ष से चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम शुरू किया गया है जिसमें 15481 छात्र चौथे वर्ष में प्रवेश करेंगे।

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    13,233 प्रवेश पाल साइंस मेजर व इतिहास माइनर में हुए।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) में इस वर्ष कुल 94,571 छात्रों ने विभिन्न स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिला लिया है। इनमें से सबसे ज्यादा लोकप्रिय पाठ्यक्रम बीकाॅम और बीए (ऑनर्स) पाॅलिटिकल साइंस रहे हैं।

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    हालांकि, एसओएल प्रशासन ने छात्रों को और मौका देते हुए प्रवेश लेने की तिथि को एक अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया है। एसओएल में हर साल एक लाख से अधिक प्रवेश होते हैं।

    इस साल सर्वाधिक 17,105 छात्रों ने बीकाम में प्रवेश लिया है। इसके अलावा बीकाॅम (ऑनर्स) के साथ विभिन्न माइनर विषयों में भी हजारों छात्रों ने दाखिला लिया।

    बीकाॅम (ऑनर्स) संग इकाेनमिक्स में 5033, बीकाॅम ऑनर्स संग बीबीए-एफआईए में 4867 और बीकाॅम ऑनर्स संग इंग्लिश में 2646 में अधिक प्रवेश हुए हैं। इसके अलावा बीए ऑनर्स पॉलिटिकल साइंस के साथ कई संयोजन भी छात्रों में काफी लोकप्रिय रहे।

    बीए ऑनर्स पॉलिटिकल साइंस संग इतिहास (माइनर) में 13,233 प्रवेश हुए हैं। बीए ऑनर्स इंग्लिश संग पॉलिटिकल साइंस में 8019 प्रवेश, बीए ऑनर्स पॉलिटिकल साइंस संग इकोनमिक्स में 2205, बीए प्रोग्राम पाॅलिटिकल साइंस (मेजर) संग इतिहास (माइनर) काॅम्बिनेशन में 10,365 प्रवेश हुए हैं।

    इसी तरह बीए प्रोग्राम पाॅलिटिकल साइंस (मेजर) संग एजुकेशन में 2509 और इतिहास (मेजर) संग पाॅलिटिकल साइंस में 5437 दाखिले हुए।

    साइकोलाजी और मैथ्स की सीमित पसंद

    बीए ऑनर्स साइकोलाॅजी संग इंग्लिश या पॉलिटिकल साइंस जैसे कोर्स में कोई दाखिला नहीं हुआ। वहीं बीए प्रोग्राम मैथेमेटिक्स मेजर संग इकाेनमिक्स या साइकोलाॅजी जैसे विषयों में भी बेहद कम छात्रों ने रुचि दिखाई।

    भाषाई विषयों की स्थिति

    हिंदी और उर्दू विषयों में भी सीमित संख्या में दाखिले हुए हैं। बीए प्रोग्राम हिंदी (मेजर) संग पाॅलिटिकल साइंस में 3271, बीए प्रोग्राम हिंदी (मेजर) संग इतिहास में 1728, बीए प्रोग्राम उर्दू (मेजर) संग इतिहास में 65, संस्कृत (मेजर) संग हिंदी में महज 22 ही प्रवेश हुए।

    प्रोफेशनल कोर्सेज का हाल

    प्रोफेशनल स्ट्रीम्स में भी छात्रों ने रुचि दिखाई है। बीबीए (एफआईए) संग काॅमर्स काॅम्बिनेशन में 678, बीएमएस (फाइनेंस एवं काॅमर्स) में 294, बीएमएस (मार्केटिंग एवं इंग्लिश) में 85, बीएमएस एचआरएम एवं काॅमर्स में 24 छात्रों ने प्रवेश लिया है।

    15,481 छात्र चौथे वर्ष में करेंगे प्रवेश

    एसओएल में इस वर्ष से चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम (एफवाईयूपी) की शुरुआत की गई है। एसओएल प्रशासन के मुताबिक छठवें सेमेस्टर में कुल 70,005 विद्यार्थी शामिल हुए हैं। इसमें से 48,526 विद्यार्थी बीए प्रोग्राम और बीकाॅम के हैं, जबकि 21,479 विद्यार्थी विभिन्न ऑनर्स प्रोग्राम से जुड़े हैं।

    एसओएल की निदेशक प्रो. पायल मागो ने बताया कि अब तक 50,676 विद्यार्थियों ने सहमति पत्र जमा किया है। इनमें से 35,195 विद्यार्थियों ने चौथे वर्ष में जाने से इनकार किया है, जबकि 15,481 विद्यार्थियों ने "हां" विकल्प पर सहमति जताई है।

    9,816 विद्यार्थी बीए प्रोग्राम व बीकाॅम के ऐसे छात्र हैं जिन्हें प्रोजेक्ट जमा नहीं करना है, जबकि 5,665 ऑनर्स प्रोग्राम के विद्यार्थियों को प्रोजेक्ट जमा करना अनिवार्य होगा।

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