फैशन डिजाइनिंग से दें अपने करियर को नई उड़ान, करोड़ों का है इसका कारोबार
देश-दुनिया में फैशन पसंद ग्राहकों की बढ़ती संख्या के साथ इस क्षेत्र में युवाओं के लिए संभावनाएं लगातार बढ़ रही हैं....
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। फैशन डिजाइनर अपने हुनर से कपड़ों को आकर्षक स्टाइल देकर उसे फैशनेबल बना देते हैं। मनीष मल्होत्रा, रितु बेरी, रितु कुमार, रोहित बल जैसे डिजाइनर आज इसी हुनर के बल पर फैशन इंडस्ट्री में नाम कमा रहे हैं। अगर आप भी डिजाइनिंग में रुचि रखते हैं, तो इस फील्ड में पहचान बना सकते हैं। देश-दुनिया में फैशन पसंद ग्राहकों की बढ़ती संख्या के साथ इस क्षेत्र में युवाओं के लिए संभावनाएं लगातार बढ़ रही हैं....
एथनिक वियर से लेकर फैशन लग्जरी ब्रांड्स और एक्सेसरीज पहनने का क्रेज दिनोंदिन बढ़ रहा है। लोग आज सिर्फ शादी-पार्टियों में ही नहीं, बल्कि रोज डिजाइनर ड्रेस पहनना चाहते हैं, भीड़ से अलग कुछ फैशनेबल अंदाज में दिखना चाहते हैं। पहले इन्हें पहनने की ज्यादा चाहत सिर्फ ज्यादा पैसे वालों में ही हुआ करती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं है। छोटे से छोटे शहर में भी लोगों को डिजाइनर ड्रेस पहने देखा जा सकता है। पिछले कुछ वर्षों मेंभारत विश्व के तेजी से बढ़ रहे फैशन मार्केट के रूप में उभरा है।
केपीएमजी और नेल्सन की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, इंटरनेट तक लोगों की पहुंच बढ़ने, सोशल मीडिया और ई-कॉमर्स के कारण टियर टू जैसे शहरों में भी लोग अधिक से अधिक बांडेड कपड़े खरीदने लगे हैं। 2022 तक 15 फीसदी की दर से बढ़ती इस अपेरल और लाइफ स्टाइल मार्केट के 102 बिलियन यूएस डॉलर तक हो जाने की उम्मीद है। यही कारण है कि फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में गारमेंट और एक्सेसरीज डिजाइनर्स की मांग बढ़ रही है।
लगातार बढ़ रहे मौके
शहरों में जिस रफ्तार से बूटीक, बड़े-बड़े डिजाइनर स्टोर, आउटलेट्स खुल रहे हैं और फैशन पसंद ग्राहकों की संख्या बढ़ रही है, उससे ब्रांडेड कपड़ों का बाजार भी तेजी से विकसित हो रहा है। अंबानी, मित्तल, बिड़ला और टाटा जैसे बड़े बिजनेस ग्रुप इस सेक्टर में आ चुके हैं। एमेजन, फ्लिपकार्ट जैसी ई-शॉपिंग कंपनियों का बाजार भी लगातार बढ़ रहा है। इससे साफ जाहिर है कि देश में फैशन डिजाइनर के रूप में नौकरियों के लिए संभावनाएं बहुत हैं।
कहां-कहां हैं नौकरियां
फैशन डिजाइनिंग कोर्स करने के बाद युवा लाइफस्टाइल एक्सेसरी, फुटवियर या कपड़ों के निर्माण और डिजाइनिंग में से किसी भी क्षेत्र में अपनी रुचि के अनुसार करियर शुरू कर सकते हैं। एक्सपोर्ट हाउसेज, डिजाइनर हाउसेज, गारमेंट स्टोर चेन, टेक्सटाइल मिलों और लेदर कंपनियों में आप प्रोडक्शन, फैशन मार्केटिंग, डिजाइन प्रोडक्शन मैनेजमेंट, फैशन मीडिया, क्वालिटी कंट्रोल, फैशन एक्सेसरीज डिजाइन और ब्रांड प्रमोशन में काम करके अच्छा करियर बना सकते हैं, जहां कॉस्ट्यूम डिजाइनर, फैशन कंसल्टेंट, टेक्निकल डिजाइनर, फैशन मर्चेंडाइजर, फैशन स्टाइलिस्ट, एक्सेसरी डिजाइनर, ग्राफिक डिजाइनर, प्रोडक्शन पैटर्न मेकर आदि के रूप में अपने लिए नौकरी तलाश सकते हैं। इसके अलावा, एंटरप्रेन्योर बनकर खुद का डिजाइनर स्टोर और बूटीक भी शुरू कर सकते हैं।
क्रिएटिविटी की मांग
फैशन डिजाइनिंग के लिए पहली योग्यता तो क्रिएटिविटी ही है, तभी आप कपड़ों को नए-नए स्टाइल में फैशनेबल लुक देने में सफल हो पाएंगे। डिजाइनिंग करने वालों को हमेशा कुछ न कुछ नया एक्सपेरिमेंट करते रहना होता है। रंगों और कपड़ों के टेक्सचर और क्वालिटी की इन्हें अच्छी समझ होती है। इस फील्ड में आने के लिए अच्छी कम्युनिकेशन स्किल भी होनी चाहिए। फैशन जगत से रूबरू रहना पड़ता है, नए-नए फैशन ट्रेंड पर नजर रखनी पड़ती है, ताकि उसी के अनुसार अपने इनोवेटिव डिजाइंस मार्केट में ला सकें।
सैलरी
फैशन डिजाइनिंग में शुरुआत से ही युवाओं को अच्छी सैलरी मिल रही है। किसी भी अपेरल कंपनी में इस तरह के प्रोफेशनल्स को इन दिनों 4 से 6 लाख रुपये तक पैकेज ऑफर हो रहे हैं। कुछ वर्षों के अनुभव के बाद ऐसे लोग हर महीने लाख रुपये से भी अधिक कमाते हैं।
शैक्षिक योग्यता
फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करने के लिए किसी भी स्ट्रीम से 12वीं पास होना जरूरी है, तभी आप किसी भी इंस्टीट्यूट से फैशन डिजाइनिंग में बैचलर डिग्री के लिए पात्र होंगे। निफ्ट जैसे संस्थानों में बैचलर कोर्स के लिए दाखिला ऑल इंडिया टेस्ट के आधार पर दिया जाता है। ग्रेजुएशन के बाद इसी में दो वर्ष का पीजी कोर्स भी कर सकते हैं। हालांकि आजकल अन्य विभिन्न संस्थानों में ये कोर्स बैचलर ऑफ फैशन डिजाइनिंग, बैचलर ऑफ डिजाइन, बीएससी-फैशन डिजाइनिंग, डिप्लोमा इन फैशन डिजाइनिंग जैसे नामों से ऑफर हो रहे हैं। इनकी अवधि एक साल से चार साल तक है।
प्रमुख संस्थान
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, दिल्ली/मुंबई/बेंगलुरु
http://nift.ac.in/
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद/बेंगलुरु
http://www.nid.edu/
सिम्बॉयसिस इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, पुणे
https://sid.edu.in/
पर्ल एकेडमी, दिल्ली
https://pearlacademy.com/
इनोवेशन के साथ क्रिएटिविटी
फैशन डिजाइनिंग आज केवल कपड़ों की डिजाइनिंग तक ही सीमित नहीं है, नई पीढ़ी के पास अब इसमें ढेरों विकल्प हैं। इनोवेशन के साथ क्रिएटिविटी दिखाने वालों को अलग पहचान मिलती है। यह दौर फिल्म इंडस्ट्री के लिए कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग का है, टेक्सटाइल डिजाइनिंग का है। इसके अलावा, प्रिंट डिजाइन बना सकते हैं, स्टाइलिंग कर सकते हैं। इसलिए डिजाइनिंग कोर्स करने से यह मतलब नहीं है कि आप केवल डिजाइनर ही बनेंगे।
आप एक डिजाइनर बनने के साथ-साथ अच्छे टेक्सटाइल डिजाइनर, मिस इंडिया कॉस्ट्यूम डिजाइनर/नेशन कॉस्ट्यूम डिजाइनर बन सकते हैं। आप अलग-अलग लाइन में विशेषज्ञता हासिल करके भी खुद को आगे बढ़ा सकते हैं। हां, इस फील्ड में आने के लिए सबसे जरूरी है कि आपमें धैर्य होना चाहिए, अपने काम को लेकर कमिटमेंट होना चाहिए यानी जो काम दिया गया है उसको मन से करना है। मन में उत्साह होना चाहिए, तभी करियर में आगे बढ़ सकते हैं।
निकेत मिश्रा
फैशन डिजाइनर