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    IAS परीक्षा क्रैक करने के बाद का प्रोसेस भी है कठिन, जानिए पहली पोस्ट से लेकर सबसे बड़ा पद हासिल करने का सफर

    By Nidhi AvinashEdited By: Nidhi Avinash
    Updated: Mon, 16 Jan 2023 10:45 AM (IST)

    IAS Posting क्या आपको ये पता है कि IAS की परीक्षा पास करने के बाद आगे का प्रोसेस क्या होता है? सिविल सेवा की परीक्षा पास करने के बाद व्यक्ति को सबसे पहले कौन सी पोस्ट मिलती है?

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    जानिए IAS की पहली पोस्ट से लेकर सबसे बड़ा पद हासिल करने का सफर

    नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। IAS Posting: 'एक बार आईएएस (IAS) बन जाओ, जिंदगी सफल हो जाएगी।' करियर चुनने से पहले अकसर बड़े-बुजुर्ग अपने बच्चों को ये जरूर सलाह देते है। भले ही आईएएस अफसर (IAS) बनना सबकी बस की बात नहीं होती, लेकिन इसका बनने का सपना अधिकांश युवाओं का होता है।

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    हालांकि, इस सपने को बहुत ही कम युवा सच कर पाते हैं, क्योंकि इस परीक्षा को क्रैक करने का सफर बहुत कठिन होता है। यहीं कारण है कि इसे देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है।

    IAS की परीक्षा क्रैक करने के बाद क्या होता है?

    आपने अपने आस-पास के कई लोगों को IAS की परीक्षा पास करते हुए देखा और सुना होगा, लेकिन क्या आपको ये पता है कि इसकी परीक्षा पास करने के बाद आगे का प्रोसेस क्या होता है? सिविल सेवा की परीक्षा पास करने के बाद व्यक्ति को सबसे पहले कौन सी पोस्ट मिलती है? और आईएएस की सबसे बड़ी पोस्ट कौन सी होती है? अगर नहीं तो, आज हम आपको बताने जा रहे है की परीक्षा पास करने के बाद किस तरह और किन पदों पर एक आईएस करियर आगे बढ़ता है।

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    परीक्षा पास करने के बाद का प्रोसेस

    सिविल सेवा की परीक्षा पास करने के बाद सभी अधिकारियों को ट्रेनिंग के लिए मसूरी भेजा जाता है। बता दें कि मसूरी में लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन(LBSNAA)स्थित है, जहां इन अधिकारियों की जबरदस्त ट्रेनिंग कराई जाती है। एक फाउंडेशन कोर्स के बाद आईएएस को छोड़ बाकी सेवाओं के अधिकारियों को अपनी संबंधित अकादमी में भेज दिया जाता हैं। केवल आईएएस अधिकारी यहां पर अपना पूरा प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं।

    अधिकारियों के ट्रेनिंग के बाद क्या?

    एकेडमी से पूरी ट्रेनिंग होने के बाद अधिकारियों का आवंटित कैडर में जिला प्रशिक्षण होता है। इस प्रशिक्षण को पूरा करने के बाद अधिकारी राज्य में उप जिलाधिकारी के रूप में अपने करियर की शुरुआत करते हैं। इसी को एसडीएम कहा जाता है। एसडीएम की नियुक्ति मिलने के बाद आईएएस अधिकारी को तहसील की कानून व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी होती है।

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    केंद्र में 3 महीने करना होता है काम

    जिला प्रशिक्षण पूरा हो जाने के बाद आईएएस अधिकारियों को 3 महीने के लिए केंद्र सरकार के साथ काम करने का मौका मिलता है। यहां सहायक सचिव का पद हासिल कर 3 महीने तक केंद्र सरकार में काम करते है। 3 महीने पूरे हो जाने के बाद इन अधिकारियों को किसी भी अन्य विभाग में अन्य पदों की जिम्मेदारी दी जाती है। इन अधिकारियों की मंत्रालयों में भी नियुक्ति होती है।

    इन अधिकारियों को विश्व बैंक, द एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट बैंक, एशियन डेवलपमेंट बैंक, इंटरनेशनल मानेट्री फंड और यूनाइटेड नेशन और उसकी एजेंसियों में महत्वपूर्ण काम दिया जाता हैं। इस दौरान इन्हें विदेशों के साथ भारत का समंव्य बनाने का मौका मिलता है।

    इन आईएएस अधिकारी को मिलती है फील्ड पोस्टिंग

    उप जिलाधिकारी

    अपर जिलाधिकारी

    जिलाधिकारी

    मंडलायुक्त

    राज्य सरकार में मिलने वाले पद

    अवर सचिव

    उप सचिव

    संयुक्त सचिव

    विशेष सचिव

    सचिव

    प्रमुख सचिव

    मुख्य सचिव

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    ​​केंद्र सरकार में मिलने वाले पद

    सहायक सचिव

    अवर सचिव

    उप सचिव

    निदेशक

    संयुक्त सचिव

    अपर सचिव

    सचिव

    भारत के कैबिनेट सचिव

    आईएएस अधिकारी का सबसे ऊंचा पद- कैबिनेट सचिव

    जानकारी के लिए बता दें कि देश में आईएएस अधिकारी के लिए सबसे ऊंचा पद कैबिनेट सचिव का होता है। इस पद पर आने के बाद अधिकारी पूरे देश की नीति तैयार करता है। ये पद प्रशासनिक स्तर पर सबसे बड़ा पद होता है, जहां हर आईएएस अधिकारी नहीं पहुंच सकता है। यहां तक पहुंचने में काफी समय लगता है।

    कुछ अधिकारी अपनी उम्र सीमा के कारण पहले ही रिटायर हो जाते है। ऐसे में जो उम्र में ही आईएएस अधिकारी बन जाते है, उसके ही इस पद पर पहुंचने की संभावना सबसे अधिक होती है।

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