Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Gandhi Jayanti Quotes 2025: गांधी के इन अनमोल विचारों से अपनी प्रतियोगिता की करें शुरुआत

    Updated: Wed, 01 Oct 2025 11:56 AM (IST)

    कल भारत 156वीं गांधी जयंती के रूप में सेलिब्रेट करेगा। ऐसे में यदि आप अपने स्कूल या कॉलेज में किसी प्रतियोगिता में भाग लेने वाले हैं और गांधी के अनमोल विचारों से अपनी प्रतियोगिता की शुरुआत करना चाहते हैं तो यहां आपकी मदद के लिए गांधी जी के 10 अनमोल विचारों को प्रस्तुत किया गया है।

    Hero Image
    Gandhi Jayanti Quotes 2025: गांधी जी के दस अनमोल विचार।

    एजुकेशन डेस्क, नई दिल्ली: प्रत्येक 02 अक्टूबर भारत में गांधी जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को केवल भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी सेलिब्रेट किया जाता है। इस वर्ष भारत 156वीं गांधी जयंती के रूप में सेलिब्रेट कर रहा है। ऐसे में यदि आप अपने स्कूल या कॉलेज में निबंध, वाद-विवाद या स्लोगन प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले हैं और गांधी के अनमोल विचारों से अपनी कविताओं, निबंध, वाद-विवाद और स्लोगन को और ज्यादा प्रभावी बनाना चाहते हैं, तो आपकी मदद के लिए यहां महात्मा गांधी के दस अनमोल विचीरों को तैयार किया गया है, जो आपको प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद कर सकता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गांधी जी के दस अनमोल वचन

    अगर आप भी ऐसे ही किसी कार्यक्रम का हिस्सा बनने जा रहे हैं, तो यहां आपके लिए गांधी जी के दस अनमोल विचारों को प्रस्तुत किया गया है, जो आपको अपने निबंध, वाद-विवाद प्रतियोगिता और स्लोगन को और ज्यादा बेहतरीन बनाने में मदद कर सकता है।

    1. गौरव लक्ष्य पाने के लिए कोशिश करने में हैं, न कि लक्ष्य तक पहुंचने में।
    2. मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है। सत्य मेरा भगवान है, अहिंसा उसे पाने का साधन।
    3. केवल प्रसन्नता ही एकमात्र इत्र है जिसे आप दूसरों पर छिड़कें तो उसकी कुछ बूंदें अवश्य ही आप पर भी पड़ती हैं।
    4. आजादी का कोई अर्थ नहीं है यदि इसमें गलतियां करने की आजादी शामिल न हों।
    5. उफनते तूफान को मात देना है तो अधिक जोखिम उठाते हुए हमें पूरी शक्ति के साथ आगे बढ़ना होगा।
    6. स्वतंत्रता एक जन्म की भांति है। जब तक हम पूर्णतः स्वतंत्र नहीं हो जाते तब तक हम परतंत्र ही रहेंगे। जब तक गलती करने की स्वतंत्रता ना हो तब तक स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं है।
    7. स्वतंत्रता एक जन्म की भांति है। जब तक हम पूर्णतः स्वतंत्र नहीं हो जाते तब तक हम परतंत्र ही रहेंगे। जब तक गलती करने की स्वतंत्रता ना हो तब तक स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं है।
    8. आंख के बदले आंख पूरे विश्व को अंधा बना देगी।
    9. अहिंसा ही धर्म है, वही जिंदगी का एक रास्ता है।
    10. किसी देश की महानता और उसकी नैतिक उन्नति का अंदाजा हम वहां जानवरों के साथ होने वाले व्यवहार से लगा सकते हैं। 

    यह भी पढ़ें: Gandhi Jayanti 2025: गांधी जयंती के अवसर पर इस बेहतरीन तरीके से दें स्पीच