CBSE: सीबीएसई ने बोर्ड पेपर लीक की खबरों को बताया फेक, अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश
सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षाओं में पेपर लीक की अफवाहों को सोमवार को खारिज कर दिया है। इसके साथ ही बोर्ड ने बयान जारी करते हुए कहा है कि सीबीएसई परीक्षा प्रक्रिया की अखंडता को बनाए रखने के लिए गलत सूचना फैलाने के लिए जिम्मेदार पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा। छात्रों एवं माता-पिता को केवल सत्यापित न्यूज पर भरोसा रखने की सलाह दी गई है।

एजुकेशन डेस्क, नई दिल्ली। सेन्ट्रल बोर्ड बोर्ड सेकेंडरी एजुकेशन देशभर में कक्षा 10वीं एवं कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन कर रहा है। 10वीं की परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू होकर 18 मार्च 2025 तक आयोजित की जाएंगी वहीं 12th क्लास की बोर्ड परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू होकर 4 अप्रैल 2025 तक आयोजित की जा जाएंगी। बोर्ड एग्जाम का आयोजन देश के साथ ही विदेशी सेंटर्स पर भी हो रहा है। आपको बता दें कि दोनों ही कक्षाओं को मिलाकर 44 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं एग्जाम में भाग ले रहे हैं।
सोशल मीडिया पर पेपर लीक की उड़ी अफवाह
दोनों ही क्लासेज की बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने के बाद से ही सोशल मीडिया पर पेपर लीक की अफवाहों फैलाई जा रही हैं। इसके बाद सोमवार को बोर्ड की ओर से ऐसी किसी भी घटना से इंकार कर दिया गया है। बोर्ड की ओर से कहा गया है कि पेपर लीक जैसी कोई घटना नहीं हुई है। जो भी लोग इन अफवाहों को फैला रहे हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बोर्ड ने बयान देकर साझा की डिटेल
सीबीएसई बोर्ड की ओर से दी गई डिटेल मुताबिक “बोर्ड ने परीक्षाओं के सुचारू और निष्पक्ष संचालन को सुनिश्चित करने के लिए व्यापक व्यवस्था की है। यह बोर्ड के ध्यान में आया है कि कुछ असामाजिक तत्व यूट्यूब, फेसबुक, 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर पेपर लीक या 2025 परीक्षा प्रश्नपत्रों तक पहुंच का दावा करने के बारे में अफवाहें फैला रहे हैं। बोर्ड इन अपराधियों की पहचान करने और उन पर मुकदमा चलाने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहा है। ऐसी गतिविधियों में शामिल पाए जाने वाले छात्रों को सीबीएसई के अनुचित साधन नियमों और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की प्रासंगिक धाराओं के तहत परिणाम भुगतना होगा।"
बोर्ड की ओर से कहा गया है कि "सीबीएसई परीक्षा प्रक्रिया की अखंडता को बनाए रखने के लिए गलत सूचना फैलाने के लिए जिम्मेदार पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा।"

बोर्ड ने छात्रों, अभिभावकों और स्कूलों से आग्रह किया कि वे केवल सीबीएसई वेबसाइट (www.cbse.gov.in) और सत्यापित सार्वजनिक चैनलों पर उपलब्ध आधिकारिक संचार पर भरोसा करें। इसने माता-पिता को यह भी सलाह दी कि वे अपने बच्चों को असत्यापित समाचारों पर विश्वास करने या उनमें शामिल होने से बचें।

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