स्कूली बच्चों में गणित का डर बरकरार, भाग और घटाव में अभी भी तंग, ASER 2024 रिपोर्ट में खुलासा
प्रथम फाउंडेशन की ओर से जारी The Annual Status of Education Report में शिक्षा की स्थिति को लेकर बेहद चौंकाने वाले आंकड़े सामने आये हैं। रिपोर्ट के मुताबिक बच्चों के मन से अभी भी गणित का डर खत्म नहीं हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक पांचवीं व तीसरी कक्षाओं की स्थिति और खराब है। आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले 54 फीसदी बच्चे भाग का सवाल हल नहीं कर पा रहे हैं।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। देश में स्कूली बच्चों के पढ़ने और गणित के सवालों को हल करने की क्षमता में भले ही पहले के मुकाबले सुधार हुआ है लेकिन एक हकीकत यह भी है कि अभी उनके भीतर से गणित का डर खत्म नहीं हुआ है। इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले 54 प्रतिशत से अधिक बच्चे अभी भी भाग का सवाल नहीं कर पा रहे है।
5वीं व तीसरी कक्षाओं की स्थिति खराब
रिपोर्ट के मुताबिक पांचवीं व तीसरी कक्षाओं की स्थिति और खराब है। पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाले 70 प्रतिशत बच्चे जहां अभी भाग से जुड़ा सवाल कर पा रहे है, वहीं तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले 67 प्रतिशत बच्चे दो अंकों की संख्या वाले घटाने के सवाल भी नहीं कर पा रहे है। स्कूली बच्चों में गणित को लेकर बैठे इस डर का खुलासा हाल ही में प्रथम संस्था की असर ( एनुअल स्टेटस आफ एजुकेशन रिपोर्ट)- 2024 रिपोर्ट से हुआ है।
यह स्थिति तब है जब स्कूली बच्चों से गणित का डर दूर करने के लिए कई उपाय किए गए है। जिसमें इन्हें खेल-खेल में अंकों का ज्ञान कराने, जोड- घटाना व भाग जैसे सवालों को हल करने की नए-नए उपाय किए जा रहे है। इसके साथ ही दसवीं और बारहवीं के स्तर पर बेसिक गणित और स्टैंडर्ड गणित जैसे दो श्रेणी भी बनाई है। इसमें बेसिक गणित में बच्चों से गणित के आसान सवाल पूछे जाते है।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत पिछले साल आयी तीसरी और छठवीं कक्षाओं की गणित की पाठ्यपुस्तकों को अब और आसान बनाया गया है। माना जा रहा है कि इस पहल से आने वाले दिनों में गणित विषय में बच्चों के प्रदर्शन में सुधार दिखेगा। रिपोर्ट के मुताबिक गणित विषय में स्कूली बच्चों का प्रदर्शन वैसे तो देश भर में दूसरे विषयों की तुलना में खराब ही है, लेकिन पश्चिम बंगाल, राजस्थान, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, जम्मू- कश्मीर, गुजरात व असम जैसे कुछ राज्य ऐसे भी है, जहां स्थिति और खराब है। इन राज्यों में आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले 60 प्रतिशत से अधिक बच्चे भाग के सवाल हल नहीं कर पाते है। वहीं जिन राज्यों के बच्चे गणित में बेहतर कर रहे है, उनमें बिहार के बच्चे सबसे अव्वल है। वहां आठवीं में पढ़ने वाले करीब 64 प्रतिशत भाग से जुड़े सवाल आसानी से हल कर लेते है। इसके अतिरिक्त भी मिजोरम, पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा के बच्चे भी गणित में राष्ट्रीय औसत से बेहतर प्रदर्शन कर रहे है।
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