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    चार दिनों की गिरावट के बाद शेयर बाजार में उछाल, रुपये में भी दिखी मजबूती; जानें पूरी डिटेल

    Updated: Tue, 14 Jan 2025 10:57 AM (IST)

    30 शेयरों वाले ब्लू-चिप पैक में एनटीपीसी जोमैटो इंडसइंड बैंक टाटा मोटर्स अदाणी पोर्ट्स और बजाज फाइनेंस के शेयर अधिक लाभ में रहे। एचसीएल टेक्नोलॉजीज के तिमाही नतीजे निवेशकों को पसंद नहीं आए। इसके चलते इसमें 9 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। 30 शेयरों वाले पैक में टेक महिंद्रा इंफोसिस हिंदुस्तान यूनिलीवर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और नेस्ले में भी गिरावट दिखी।

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    रुपया अपने सबसे निचले स्तर से उबरकर 21 पैसे मजबूत होकर 86.49 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया।

    बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार में चार दिन की गिरावट के बाद तेजी दिखी है। इसकी वजह निवेशकों द्वारा निचले स्तर पर खरीदारी और एशियाई बाजारों में तेजी रही। 30 शेयरों वाला बीएसई बेंचमार्क सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 449.48 अंक बढ़कर 76,779.49 पर पहुंच गया। वहीं. एनएसई निफ्टी 141.25 अंक चढ़कर 23,227.20 पर पहुंच गया। पिछले चार कारोबारी सत्रों में बीएसई सेंसेक्स 1,869.1 अंक या 2.39 प्रतिशत गिरा था।

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    30 शेयरों वाले ब्लू-चिप पैक में एनटीपीसी, जोमैटो, इंडसइंड बैंक, टाटा मोटर्स, अदाणी पोर्ट्स और बजाज फाइनेंस के शेयर अधिक लाभ में रहे। एचसीएल टेक्नोलॉजीज के तिमाही नतीजे निवेशकों को पसंद नहीं आए। इसके चलते इसमें 9 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई।

    आईटी कंपनी एचसीएल टेक ने सोमवार को दिसंबर तिमाही में कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट में 5.54 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो 4,591 करोड़ रुपये रहा। सीईओ ने मांग के माहौल और विवेकाधीन खर्च में सुधार की उम्मीद जताई और रेवेन्यू ग्रोथ गाइडेंस को बढ़ाया। मोतीलाल ओसवाल रिसर्च के अनुसार, "एचसीएलटी के तीसरी तिमाही के आंकड़े और चौथी तिमाही के लिए गाइडेंस निराशाजनक रहे।"

    30 शेयरों वाले पैक में, टेक महिंद्रा, इंफोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और नेस्ले में भी गिरावट दिखी। एशियाई बाजारों में सियोल, शंघाई और हांगकांग सकारात्मक क्षेत्र में कारोबार कर रहे थे, जबकि टोक्यो में गिरावट दर्ज की गई। सोमवार को अमेरिकी बाजार मिले-जुले नोट पर बंद हुए।

    क्या टिकाऊ होगा बाउंसबैक

    एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 4,892.84 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, "अब ऐसा लगता है कि बाजार में कुछ ज्यादा ही बिकवाली हो गई है और इससे निकट भविष्य में उछाल का संकेत मिलता है। लेकिन, अगर विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी रहती है, तो बाउंसबैक के टिकाऊ होने की उम्मीद नहीं है।'

    वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.33 प्रतिशत गिरकर 80.74 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। सोमवार को लगातार चौथे सत्र में गिरावट के साथ 30 शेयरों वाला बीएसई बेंचमार्क सेंसेक्स 1,048.90 अंक या 1.36 प्रतिशत गिरकर 76,330.01 पर बंद हुआ। निफ्टी 345.55 अंक या 1.47 प्रतिशत गिरकर 23,085.95 पर बंद हुआ।

    डॉलर के मुकाबले रुपये का हाल

    मंगलवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी मुद्रा में गिरावट और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के चलते रुपया अपने सबसे निचले स्तर से उबरकर 21 पैसे मजबूत होकर 86.49 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया। विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, सकारात्मक मुद्रास्फीति आंकड़ों और घरेलू इक्विटी बाजारों में कुछ सुधार से भारतीय मुद्रा को समर्थन मिला।

    हालांकि विदेशी फंडों की लगातार निकासी ने नेगेटिव इफेक्ट डालना जारी रखा। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 86.57 रुपये पर खुला और शुरुआती सौदों में डॉलर के मुकाबले 86.49 रुपये पर कारोबार करते हुए आगे की गिरावट को कम किया, जो पिछले बंद से 21 पैसे अधिक था।

    सोमवार को रुपये में करीब दो साल में सबसे बड़ी एकदिवसीय गिरावट दर्ज की गई और कारोबार के अंत में यह 66 पैसे गिरकर 86.70 रुपये प्रति डॉलर के ऐतिहासिक निचले स्तर पर बंद हुआ।

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