Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Share Market: अगले हफ्ते कैसी रहेगी बाजार की चाल, यूएस जॉब डेटा के साथ ये फैक्टर्स निभाएंगे अहम भूमिका

    By AgencyEdited By: Abhinav Shalya
    Updated: Sun, 03 Sep 2023 01:26 PM (IST)

    Share Market Outlook इस हफ्ते वैश्विक स्तर पर बाजार की दिशा तय करने में चीन के रियर एस्टेट सेक्टर में समस्याएं और अमेरिका की बॉन्ड यील्ड अहम भूमिका निभाएंगी। घरेलू बाजार में कोई बड़ा कारण मौजूद न होने के चलते बाजार की चाल वैश्विक फैक्टर्स पर निर्भर करेगी। 5 सितंबर क सर्विसेज सेक्टर के पीएमआई का डेटा जारी होगा। (फोटो- जागरण फाइल)

    Hero Image
    जानिए शेयर मार्केट अगले हफ्ते कैसी रहेगी बाजार की चाल?

    नई दिल्ली, एजेंसी। अर्थव्यवस्था से जुड़े डेटा, वैश्विक ट्रेड और विदेशी निवेशकों की ओर से की जाने वाली खरीदारी और बिकवाली का असर इस हफ्ते शेयर बाजार में देखने को मिल सकता है। ऐसा एनालिस्ट का कहना है।

    शुक्रवार के कारोबारी सत्र में बड़ा उछाल देखने को मिला था और लगातार पांच सत्रों की गिरावट के बाद बाजार बड़ी बढ़त के साथ बंद हुआ। इस कारण पिछले हफ्ते सेंसेक्स 500.65 अंक या 0.77 प्रतिशत और निफ्टी 169.5 अंक या 0.87 प्रतिशत बढ़कर बंद हुआ। शुक्रवार के कारोबारी सत्र में सेंसेक्स 555.75 अंक या 0.86 प्रतिशत 65,387.16 अंक और निफ्टी 181.50 अंक या 0.94 प्रतिशत 19,435.30 अंक पर है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ये फैक्टर्स निभाएंगे अहम भूमिका

    स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर का कहना है कि वैश्विक स्तर पर बाजार की दिशा तय करने में चीन के रियर एस्टेट सेक्टर में समस्याएं और अमेरिका की बॉन्ड यील्ड अहम भूमिका निभाएंगी। इसके अलावा यूएस का जॉब डेटा, एसएंडपी ग्लोबल सर्विसेज पीएमआई डेटा और फेड का मॉनेटरी पॉलिसी का आउटलुक पर भी निगाह रखनी होगी।

    जियोजित फाइनेंसिय सर्विसेज के विनोद नायर ने कहा कि घरेलू बाजार में कोई बड़ा कारण मौजूद न होने के चलते बाजार की चाल वैश्विक फैक्टर्स पर निर्भर करेगी। इसमें अमेरिका और चीन से आने वाला डेटा एक बड़ी अहम भूमिका निभाएगा।

    घरेलू स्तर पर सर्विस सेक्टर का पीएमआई का डेटा मंगलवार को आएगा। बात दें, शुक्रवार को जारी मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई डेटा में बताया गया था कि अगस्त में नए ऑर्डर और आउटपुट में वृद्धि होने के कारण मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियां पिछले तीन वर्षों में सबसे तेजी से बड़ी है।

    अगस्त में जीएसटी कलेक्शन 11 प्रतिशत बढ़कर 1.59 लाख करोड़ रुपये हो गया है। जीएसटी कलेक्शन में बढ़त की वजह टैक्स चोरी में कमी आना और अनुपालन बढ़ना है।

     

    comedy show banner
    comedy show banner