Share Market Open: गिरावट के साथ शुरू हुआ तीसरा कारोबारी दिन, सेंसेक्स 202 और निफ्टी 60 अंक टूटकर कर रहा ट्रेड
तीसरे कारोबारी दिन सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। खबर लिखे जाने तक 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 202.34 अंक नीचे 65743.13 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी भी 60.55 अंक टूटकर 19604.15 पर कारोबार कर रहा है। बैंक निफ्टी 326 अंक नीचे 44298 पर है। बीएसई मिडकैप 90 अंक बढ़कर 32156 पर और बीएसई स्मॉलकैप 116 अंक बढ़कर 37341 पर पहुंच गया।
नई दिल्ली, एजेंसी: हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन बुधवार 27 सितंबर को शुरुआती कारोबार में बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट देखने को मिल रही है।
खबर लिखे जाने तक 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 202.34 अंक गिरकर 65,743.13 पर ट्रेड कर रहा है। निफ्टी भी 60.55 अंक टूटकर 19,604.15 पर कारोबार कर रही है।
बैंक निफ्टी 326 अंक टूटकर 44,298 पर ट्रेड कर रहा है। BSE मिड कैप 90 अंक की तेजी के साथ 32,156 और BSE स्मॉल कैप 116 अंक चढ़कर 37,341 पर कारोबार कर रहा है।
सेंसेक्स के टॉप गेनर और लूजर
खबर लिखे जाने तक सन फार्मा, इंडसइंड बैंक, लार्सन एंड टुब्रो और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर टॉप गेनर रहे।
वहीं बजाज फाइनेंस, टेक महिंद्रा, टाटा स्टील, एचडीएफसी बैंक, टाइटन और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर टॉप लूजर रहे।
निफ्टी के टॉप गेनर और लूजर
सिप्ला, डॉ रेड्डीज लैब, डीविस लैब, LTIMindtree, JSW स्टील, हिंडाल्को, अदाणी एंटरप्राइजेज, सन फार्मा, रिलायंस के शेयर टॉप गेनर रहे।
वहीं बजाज फाइनेंस, बीपीसीएल, टाटा स्टील, आईसीआईसीआई बैंक, टाइटन, ग्रासिम, एचडीएफसी बैंक के शेयर टॉप लूजर रहे।
अन्य बाजारों का क्या रहा हाल?
एशियाई बाजारों में, सियोल और टोक्यो नकारात्मक क्षेत्र में कारोबार कर रहे थे जबकि शंघाई और हांगकांग हरे निशान में थे। वहीं कल यानी मंगलवार को अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुए।
कच्चे तेल की कीमतों में उछाल
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.99 प्रतिशत चढ़कर 94.89 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। एक्सचेंज डेटा के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने कल यानी मंगलवार को 693.47 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची थी।
समाचार एजेंसी पीटीआई को मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (अनुसंधान) प्रशांत तापसे ने कहा कि
विदेशी फंड का आउटफ्लो इस महीने में अब तक की सबसे बड़ी बाधा रही है। इसके अलावा, वैश्विक तेल की कीमतों में बढ़ोतरी और निकट अवधि में दरों में और बढ़ोतरी की चिंता से भी निवेशक परेशान हैं