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    बॉर्डर पर रोबोट तैनात करने की तैयारी! DRDO ने विकसित किया प्रोटोटाइप, इंसान की तरह दुश्मन को चटाएगा धूल

    Updated: Sat, 10 May 2025 09:38 PM (IST)

    आंतरिक परीक्षणों के दौरान कुछ कार्यों को सफलतापूर्वक पूरा किया है। ह्यूमनाइड जंगलों जैसे दुर्गम इलाकों जैसे में काम करने में सक्षम होगा। हाल ही में रोबोट को पुणे में नेशनल वर्कशॉप ऑन एडवांस्ड लेग्ड रोबोटिक्स में प्रदर्शित किया गया था। 2027 तक परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य है।

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    विज्ञानी रोबोट की क्षमता को बेहतर करने पर जोर दे रहे हैं (फोटो: मेटा एआई)

    पीटीआई, पुणे। देश की सरहदों की रक्षा के लिए इंसानों जैसे रोबोट अग्रिम मोर्चों पर सैन्य अभियानों का हिस्सा होंगे। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के विज्ञानी ह्यूमनाइड रोबोट बनाने पर काम कर रहे हैं।

    एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि डीआरडीओ एक ऐसा रोबोट विकसित कर रहा है जो जटिल कार्यों को पूरा कर सके। इसे बनाने का उद्देश्य उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में सैनिकों के जोखिम को कम करना है। इस मशीन को कमांड देकर संचालित किया जाएगा।

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    कई प्रोटोटाइप हुए विकसित

    • डीआरडीओ के सेंटर फॉर सिस्टम्स एंड टेक्नोलॉजीज फॉर एडवांस्ड रोबोटिक्स के समूह निदेशक एसई तलोले ने कहा कि इस परियोजना पर चार वर्षों से काम किया जा रहा है। हमने शरीर के ऊपरी और निचले हिस्से के अलग-अलग प्रोटोटाइप विकसित किए हैं।
    • इस समय विज्ञानी रोबोट की क्षमता को बेहतर करने पर जोर दे रहे हैं ताकि रोबोट टीम ऑपरेटर के आदेशों को बेहतर तरीके से समझ कर उस पर अमल कर सके। यह प्रणाली तीन प्रमुख घटकों पर निर्भर करती है। इनमें पहला एक्च्युएटर्स जो मानव मांसपेशियों की तरह होता है।
    • दूसरा सेंसर जो रियल टाइम डाटा जुटाते हैं, और तीसरा घटक नियंत्रण प्रणाली है जो इस डाटा के आधार पर कार्यों का मार्गदर्शन करती है। तलोले ने कहा, सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक यह सुनिश्चित करना है कि रोबोट वांछित कार्यों को सुचारू रूप से कर सके। इसके लिए संतुलन, तेजी से डाटा प्रोसेसिग और जमीनी स्तर पर निष्पादन में महारत हासिल करना आवश्यक है।

    जटिल कार्यों में करेंगे मदद

    विज्ञानियों ने बताया कि मानव जैसे इस रोबोट के दो हाथ होंगे। रोबोट जटिल कार्यों को कर सकेगा और वस्तुओं को घुमाने, धक्का देने, खींचने, दरवाजे स्लाइड करने, वाल्व खोलने और विशेष रूप से उच्च जोखिम वाले वातावरण में बाधाओं को पार करने में सक्षम होगा।

    रोबोट खदानों, विस्फोटकों और तरल पदार्थों जैसी खतरनाक सामग्रियों को सुरक्षित रूप से निष्पादन कर सकेगा। यह सिस्टम दिन हो या रात निर्बाध रूप से काम करेगी। यह रोबोट देखने और सुनने की क्षमता से भी लैस होगा।

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