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    बाबा साहब की 134वीं जयंती पर NCP शरद पवार गुट का भाजपा पर हमला, कहा- लोग आपको संविधान बदलने की अनुमत‍ि नहीं देंगे

    By Agency Edited By: Prateek Jain
    Updated: Sun, 14 Apr 2024 11:59 AM (IST)

    डॉ. बीआर अंबेडकर की 134वीं जयंती के अवसर पर एनसीपी-एससीपी नेता अनिल देशमुख ने कहा है कि यहां हर एक व्यक्ति कह रहा है कि वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को संविधान बदलने की अनुमति नहीं देंगे। डॉ. बी.आर. अंबेडकर की 134वीं जयंती के मौके पर देशमुख ने कहा कि बीजेपी 400 सीटें हासिल करने पर संविधान बदलने की बात कर रही है।

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    Maharashtra Politics: एनसीपी-एससीपी नेता अनिल देशमुख। (फाइल फोटो)

    एएनआई, नागपुर। डॉ. बीआर अंबेडकर की 134वीं जयंती के अवसर पर एनसीपी-एससीपी नेता अनिल देशमुख ने कहा है कि यहां हर एक व्यक्ति कह रहा है कि वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को संविधान बदलने की अनुमति नहीं देंगे।

    डॉ. बी.आर. अंबेडकर की 134वीं जयंती के मौके पर देशमुख ने कहा कि बीजेपी 400 सीटें हासिल करने पर संविधान बदलने की बात कर रही है। उन्‍होंने कहा,

    आज डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की 134वीं जयंती है और 400 पार के बाद संविधान बदलने की बात हर जगह चल रही है। सुब्रमण्यम स्वामी, निर्मला सीतारमण जैसे बीजेपी नेता... कहते हैं कि अगर उन्हें 400 से ज्यादा सीटें मिलेंगी तो वे संविधान बदल देंगे।

    बाबा साहब ने मह‍िलाओं और वंचितों के लिए काम किया

    14 अप्रैल, 1891 को जन्मे बीआर अम्बेडकर एक भारतीय न्यायविद, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक थे। उन्होंने वंचितों के प्रति सामाजिक भेदभाव के खिलाफ अभियान चलाया और महिलाओं और श्रमिकों के अधिकारों का समर्थन किया।

    वह भारतीय संविधान का मसौदा तैयार करने वाली समिति के अध्‍यक्ष थे। 1990 में उन्‍हें मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। 6 दिसंबर 1956 को नई दिल्ली में उनका अपने घर पर निधन हो गया था।

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    बाबा साहब के अनुयायियों के बीच 'दीक्षाभूमि' का एक खास महत्व है। इसलिए आज उनकी 134वीं जयंती पर कई लोग दीक्षाभूमि पर एकत्र हुए। नागपुर में स्थित यह स्थान भारत में बौद्ध धर्म का तीर्थस्थल माना जाता है। डॉ. बी.आर. 14 अक्टूबर, 1956 को दीक्षाभूमि में अम्बेडकर ने 5,00,000 से अधिक अनुयायियों के साथ अशोक विजयादशमी पर बौद्ध धर्म अपनाया था।

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