Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Lockdown : लॉकडाउन के बीच जरूरतमंदों का सहारा बनी महिला ऑटो चालक शीतल

    By Babita kashyapEdited By:
    Updated: Tue, 21 Apr 2020 12:44 PM (IST)

    Lockdown India लॉकडाउन के बीच जरूरतमंद लोगों को फ्री यात्रा करवा रही हैं मुंबई की एक महिला ऑटो-रिक्शा चालक शीतल सरोदे। ...और पढ़ें

    Hero Image
    Lockdown : लॉकडाउन के बीच जरूरतमंदों का सहारा बनी महिला ऑटो चालक शीतल

     मुंबई, एएनआइ। पूरे देश में ही कोरोना वायरस के बढ़ रहे मामलों के चलते लॉकडाउन को 3 मई तक के लिये बढ़ा दिया गया है। ऐसे में मुंबई की एक महिला ऑटो-रिक्शा चालक शीतल सरोदे जरूरतमंद लोगों को मुफ्त सवारी करवा रही हैं। शीतल का कहना है कि कई बार बहुत जरूरी काम के लिये वाहन की आवश्‍यकता होती है लेकिन लॉकडाउन के समय में लोगों को सवार नहीं मिल पाती। मैंने किसी को अपना नंबर नहीं दिया है लेकिन अगर किसी को आवश्‍यकता होती है तो मैं उसे उसके गंतव्‍य तक पहुंचा देती हूं।  

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

     

    कोरोना वायरस से मुकाबले की इस संकट के समय में हर व्‍यक्ति एक दूसरे की मदद कर रहा है कोई गरीबों ओर प्रवासी मजदूरों के लिए भोजन की व्‍यवस्‍था कर रहा है तो कोई निस्‍वार्थ भाव से कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये मास्‍क और पीपीइ किट तैयार कर लोगों के बीच वितरित कर रहा है। जगह जगह से ऐसी खबरें सुनाई दे रही हैं। 

    कई सेवा संस्‍थायें कर रहींं हैंं काम   

    ओडिशा में भी राजस्थान सेवा संस्थान नाम की एक ऐसी ही संस्‍था प्रतिदिन 53 हजार गरीब लोगों के लिय भोजन तैयार करवा रही है। ये संस्‍था 22 मार्च से प्रतिदिन ये कार्य कर रही है, इस संस्‍था द़वारा 53 हजार गरीब लोगों बांटे जा रहे हैं । बता दें की इसी तरह पूरे देश में हजारों संस्‍थायें दिन रात समाज व देश की सेवा में लगे हुये हैं। कोरोना जैसी महामारी से लड़ने में इस तरह के कदम सरकार एवं प्रशासन को साहस देने का काम करते हैं।

    कोई बेजुबान का बना सहारा

    लॉकडाउन के कारण लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं ऐसे में गली मोहल्‍लों में घूमने वाले बेजुबान जानवर भूख से व्‍याकुल न हो इसका भी ध्‍यान रखा जा रहा है। बहुत से लोग इन्‍हें समय समय पर भोजन उपलब्‍ध कर वा रहे हैं और इनकी जरूरतों का भी पूरा ख्‍याल रख रहे हैं। कुछ दिन पहले हिमाचल से भी एक ऐसी ही खबर आयी थी यहां दो बहनें सुबह होते ही हाथों में भोजन से भरे डिब्‍बे लेकर निकल जाती है और गलियों में घूमने वाले जानवरों का खिलाती हैं ।