महाराष्ट्र: 288 सीटों के 1440 मतदान केंद्रों पर पूरा हुआ VVPAT से मिलान, चुनाव आयोग ने बताया क्या रहा परिणाम
महाराष्ट्र की सभी सीटों पर ईवीएम-वीवीपैट पर्ची के मिलान में कोई अंतर नहीं मिला है। वहीं ईसीआइ द्वारा जारी बयान के अनुसार प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में रैंडम ढंग से चुने गए पांच मतदान केंद्रों पर वीवीपैट पर्ची से मतों के मिलान की गिनती की अनिवार्य प्रक्रिया सफलतापूर्वक संपन्न हो गई है। इसमें किसी भी प्रकार का अंतर नहीं मिला है।

पीटीआई, मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद विपक्ष द्वारा फिर से ईवीएम पर हमला बोला गया था, हालांकि मंगलवार को चुनाव आयोग (ईसीआइ) ने इन दावों की हवा निकाल दी। चुनाव के दौरान ईवीएम में रिकार्ड मतों का रैंडम ढंग से वीवीपैट पर्ची से मिलान करने पर कोई भी अंतर देखने को नहीं मिला।
मतों के मिलान की गिनती की अनिवार्य प्रक्रिया सफलतापूर्वक संपन्न
ईसीआइ द्वारा जारी बयान के अनुसार प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में रैंडम ढंग से चुने गए पांच मतदान केंद्रों पर वीवीपैट पर्ची से मतों के मिलान की गिनती की अनिवार्य प्रक्रिया सफलतापूर्वक संपन्न हो गई है। इसमें किसी भी प्रकार का अंतर नहीं मिला है।
महाराष्ट्र में 288 विधानसभा क्षेत्रों में सभी सीटों के पांच रैंडम मतदान केंद्रों को मिलाकर कुल 1440 वीवीपैट के साथ ईवीएम के मतों का मिलान किया गया। प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों और चुनाव आयोग के पर्यवेक्षकों द्वारा रैंडम रूप से मतदान केंद्रों का चयन किया गया।
VVPAT ने खोल दी विपक्ष के दावों की पोल
वीवीपैट पर्ची की गिनती का मकसद ईवीएम में दर्ज किए गए वोटों की तुलना में वीवीपैट में प्रिंट वोटों का मिलान करना है, जिससे पारदर्शी मतदान सुनिश्चित किया जा सके। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान प्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहते हैं।
बीते 20 नवंबर को हुए चुनाव के बाद भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति गठबंधन सरकार द्वारा बंपर 230 सीटें जीतने पर कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी महाविकास अघाड़ी ने चुनाव की अखंडता पर सवाल उठाए थे। आयोग के दिशानिर्देशों के अनुसार हर निर्वाचन क्षेत्र में पांच मतदान केंद्रों की वीवीपैट पर्ची का मिलान अनिवार्य है। इस प्रक्रिया के पूरी होने तक मतगणना को पूरा नहीं माना जाता और किसी विजेता की घोषणा नहीं होती।
ईवीएम का हुआ वीवीपैट से मिलान
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद विपक्ष द्वारा एक बार फिर से ईवीएम का रोना रोया गया था। एक अधिकारी के अनुसार मतगणना और इसके सत्यापन की प्रक्रिया चुनाव आयोग के दिशा निर्देशन में पूरी की गई। जिले की हर विधानसभा के पांच केंद्रों से ईवीएम में दर्ज प्रत्याशीवार मतों का मिलान वीवीपैट से किया गया।
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