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    Torres Scam: यूक्रेन की महिला ने हजारों भारतीयों को लगाया चूना, पैसों के लालच में यूं फंस गए सैंकड़ों लोग

    Updated: Sun, 12 Jan 2025 04:48 PM (IST)

    पिछले साल फरवरी में मुंबई के मैक्सिमम सिटी और उसके आसपास के 6 स्थानों पर टोरेस आउटलेट्स खोले गए। ये आउटलेट्स रत्न आभूषण बेचते थे। वहीं ये स्टोर्स बोनस स्कीम देते थे। एक लाख का निवेश करने वाले ग्राहक को 10 हजार रुपए के मोइसानाइट स्टोन वाले पेंडेंट मिलते थे। वहीं ग्राहकों को 52 हफ्तों में 6 प्रतिशत का ब्याज देने का वादा किया गया था।

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    Torres Scam: टोरेस पोंजी घोटाले में यूक्रेन की एक महिला भी मास्टरमाइंड।(फोटो सोर्स: पीटीआई)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। टोरेस पोंजी घोटाले (Torres Ponzi scam) का मास्टरमाइंड सामने आ चुका है। यूक्रेन की एक महिला समेत दो लोगों ने मिलकर मुंबई में सैकड़ों लोगों से पैसे ठग लिए। टोरेस ज्वेलरी घोटाले की जांच कर रही मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने यूक्रेनी नागरिक आर्टेम और ओलेना स्टोइन की तलाश में जुट चुकी है। पुलिस के मुताबिक, इस घोटाले में इन दो शख्स ने बड़ी भूमिका निभाई है।

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    ठगों ने लोगों को सोने चांदी के निवेश में भारी रिटर्न देने का लालच दिया। लोगों का भरोसा जीतने के लिए अपराधियों ने लकी ड्रॉ पुरस्कार बोलकर 14 लोगों को लग्जरी कार भी दिए। पिछले हफ्ते टोरेस ज्वेलरी चेन के 6 स्टोर्स के बंद हो जाने के बाद कई निवेशकर्ताओं के होश उड़ गए। इसके बाद पुलिस जांच में जुट गई।

    क्या है मामला?

    दरअसल, पिछले साल फरवरी में  मैक्सिमम सिटी और उसके आसपास के 6 स्थानों पर टोरेस आउटलेट्स खोले गए। ये आउटलेट्स रत्न, आभूषण बेचते थे। वहीं, ये स्टोर्स बोनस स्कीम देते थे। एक लाख का निवेश करने वाले ग्राहक को 10 हजार रुपए के मोइसानाइट स्टोन वाले पेंडेंट मिलते थे। वहीं, ग्राहकों को 52 हफ्तों में 6 प्रतिशत का ब्याज देने का वादा किया गया था। बाद में इस ब्याज को 11 प्रतिशत कर दिया गया।

    लोगों को बांटे गए नकली पेंडेंट

    कस्टमर्स ने बताया कि उन्हें शुरुआत में ब्याज मिल रहा था लेकिन पिछले दो महीनों से उन्हें कोई ब्याज नहीं मिला है। वहीं, उन्हें मोइसानाइट स्टोन बोलकर जो पेंडेंट दिए गए थे, वो भी नकली हैं। जब 6 जनवरी को टोरेस के सभी स्टोर्स बंद हो गए तो निवेशकों को एहसास हुआ कि उनके साथ फ्रॉड हो गया है।

    बता दें कि ज्यादातर निवेशक निम्न मध्यम वर्ग के ताल्लुक रखते हैं। इनमें सब्जी बेचने वाले और छोटे व्यापारी शामिल हैं। इन्हीं लोगों को आरोपियों ने हाई रिटर्न का लालच दिया था। लोगों ने 13 करोड़ रुपए से ज्यादा निवेश किए।  

    कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज

    शिकायत के बाद पुलिस ने होल्डिंग फर्म प्लेटिनम हर्न प्राइवेट लिमिटेड, उसके दो निदेशकों, सीईओ, जनरल मैनेजर और एक स्टोर इंचार्ज के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इन आरोपियों पर धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश समेत अन्य आरोप लगाए गए हैं।

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