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    Mumbai: मैच के दौरान लगाए थे भारत विरोधी नारे, पुलिस एक्शन के बाद परिवार ने किया दावा; 'हमारा बेटा तो केवल...'

    Updated: Sun, 09 Mar 2025 04:10 PM (IST)

    पिछले दिनों भारत पाकिस्तान मैच के दौरान सिंधुदुर्ग जिले में एक परिवार पर भारत विरोध नारे लगाने का आरोप लगा। इस मामले में जहां दंपती को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं परिवार के एक किशोर को किशोर बोर्ड के सामने पेश किया गया। इस मामले में परिवार ने दावा किया है कि उनके लड़के को मैच में कोई रूचि नहीं है और वह केवल पढ़ने के लिए मदरसा गया था।

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    दावा किया गया कि महाराष्ट्र में एक किशोर ने मैच के दौरान भारत विरोधी नारे लगाए थे। (फोटो- इंटरनेट मीडिया)

    पीटीआई, मुंबई। भारत पाकिस्तान मैच के दौरान महाराष्ट्र जिले के सिंधुदुर्ग जिले में भारत विरोधी नारे लगाने के आरोप में 15 वर्षीय किशोर और उसके परिवार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इस आरोप के कुछ समय बाद परिवार ने दावा किया है कि किशोर पढ़ाई के लिए मदरसे में जाता था और उसे क्रिकेट खेलने या मैच देखने में कोई रुचि नहीं थी।

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    दरअसल, गत 23 फरवरी को मालवन के तारकरली रोड इलाके में भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के दौरान कथित तौर पर भारत विरोधी नारे लगाने के आरोप में लड़के, उसके पिता और उसके मां के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। 

    इस मामले में दंपती को गिरफ्तार कर लिया गया था, इसके साथ ही किशोर को किशोर बोर्ड के सामने पेश किया गया। मामला दर्ज होने के बाद अवैध रूप से बनी उनकी दुकान को जमींदोज कर दिया गया था। बता दें कि लड़के के पिता कबाड़ के कारोबारी हैं।

    जानिए क्या है मामला?

    बता दें कि जिले के एक कबाड़ व्यापारी और उसके परिवार भारत विरोधी नारे लगाने के आरोप लगे। इस शिकायत के बाद उसके और परिवार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। वहीं, स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद आरोपी कबाड़ व्यापारी के भाई का गोदाम भी ध्वस्त कर दिया गया और जमीन मालिक को नोटिस भी भेजा गया। उत्तर प्रदेश के रहने वाले इस परिवार ने आरोप लगाया है कि कुछ लोगों ने उनके बेटे को फंसाने के लिए कुछ खास शब्दों का इस्तेमाल किया और उसे बातों में उलझा लिया।

    अधिकारियों ने क्या कहा?

    इस पूरे मामले में सिंधुदुर्ग के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। हालांकि, अधिकारियों के पास किशोर द्वारा लगाए गए नारे का कोई ऑडियो या वीडियो क्लिप नहीं है। इस पूरे मामले की जांच की जा रही है। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि आरोपी व्यक्ति जमानत पर हैं और वे जल्द ही मामले में आरोपपत्र दाखिल करेंगे।

    आरोपी किशोर ने क्या कहा?

    किशोर ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए बताया कि वह एक मस्जिद में रात की नमाज अदा करने के बाद घर लौट रहा था, तभी एक व्यक्ति ने उसे रोकने की कोशिश की और उसका नाम पूछा। उसने कहा कि शुरू में मैंने उसे गलत नाम बताकर टालने की कोशिश की क्योंकि मैं डरा हुआ था, लेकिन उस आदमी ने फिर मुझे रोका और मुझसे पूछा कि क्या मैंने क्रिकेट मैच देखा है। मैंने उससे कहा कि मैं क्रिकेट मैच नहीं देखता क्योंकि मेरे पास समय या रुचि नहीं है।

    वहीं, लड़के ने दावा किया कि उस आदमी ने उससे पूछा कि वह भारत-पाकिस्तान मैच के दौरान किस टीम का चयन करेगा, जिस पर उसने कहा कि वह भारत का चयन करेगा।उसने कहा, "उस आदमी ने हंगामा मचाया और पीछे खड़े एक दूसरे आदमी को बुलाया और दावा किया कि मैंने भारत विरोधी नारा दिया है। उन्होंने मुझे दो-तीन बार थप्पड़ मारे।

    लड़के ने बताया कि वे लोग उसे उसके पिता से मिलवाने के लिए घर ले गए, जो घर में नहीं थे। जल्द ही घर के बाहर लोग इकट्ठा हो गए और उनके और उसके माता-पिता के बीच हाथापाई शुरू हो गई। लड़के ने दावा किया कि जो लोग पहले उससे बहस कर रहे थे, वे हंस रहे थे। इस पूरे मामले में लड़के के पिता ने बताया कि उनका बेटा निर्दोष है।

    बेटे को क्रिकेट को कोई दिलचस्पी नहीं

    लड़के के पिता ने कहा कि उनके बेटे को क्रिकेट में कोई दिलचस्पी नहीं है। वह मैच भी नहीं देखता है। उन्होंने कहा कि दो लोगों ने जानबूझकर हमें परेशान करने की रणनीति के तहत काम किया। पिता ने कहा कि लड़का मदरसे में जाता है और उसे छुट्टियां भी नहीं मिलती।

    उन्होंने कहा, "मैं अपने भाई-बहनों के साथ 20 साल से अधिक समय से मालवन में रह रहा हूं। हम केवल अपने परिवार और कबाड़ के कारोबार से जुड़े हैं और किसी विवाद में नहीं पड़ते।"

    परिवार पर क्या लगे हैं आरोप?

    लड़के के पिता ने आरोप लगाते हुए कहा कि दो लोग पहले उनके घर आए थे और शिकायत की थी कि लड़के ने भारत विरोधी नारे लगाए हैं और उन्होंने उसे पीटा था। बाद में कुछ अन्य लोग आए और उन्होंने उससे मामले को आगे न बढ़ाने के लिए कहा और वे तितर-बितर हो गए।

    उन्होंने कहा, "कुछ समय बाद, 30-35 से अधिक लोग मेरे घर आए और हमें पीटना शुरू कर दिया। यह सच है कि कुछ लोगों द्वारा हमारे बेटे को पीटने के बाद जवाबी कार्रवाई में मेरी पत्नी ने प्लास्टिक की कुर्सी उठा ली, लेकिन उसने किसी को नहीं मारा और हाथापाई के दौरान उसे धक्का लग गया।" उन्होंने कहा कि परिवार पुलिस स्टेशन गया और भारत विरोधी नारे लगाने के लिए उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया, उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।

    दुकान और गोदाम पर चला था बुलडोजर

    मामला दर्ज होने के बाद कबाड़ व्यापारी के दुकान पर बुलडोजर चला था। अधिकारियों ने कहा कि अवैध रूप से बने इस निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया था। इस प्रकरण में आरोपी लड़के के चाचा ने कहा कि अधिकारियों ने उनके गोदाम को ध्वस्त कर दिया और लाखों रुपये का कबाड़ गायब कर दिया गया।

    घटना के बाद मालवन के कुछ गांवों की ग्राम पंचायतों ने दूसरे राज्यों के लोगों को बिना अनुमति के अपना व्यवसाय चलाने की अनुमति नहीं देने का फैसला किया। त्र्यंबक गांव की एक ग्राम पंचायत ने दूसरे राज्यों के लोगों को कबाड़ बेचने, सब्जियां बेचने, अपना सामान बेचने या सड़क पर सामान बेचने की चेतावनी देते हुए होर्डिंग और बैनर भी लगाए। वरिष्ठ अधिकारी ने स्पष्ट किया कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने और किसी समुदाय को निशाना न बनाने के लिए यह निर्णय लिया गया।