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    Mumbai: फर्जी दस्तावेजों से सैलरी अकाउंट खोलकर जालसाजों को देता था सेल्स मैनेजर, पुलिस ने किया गिरफ्तार

    आरोपी की पहचान अरशद अत्तार के रूप में हुई है। आरोपी अत्तार कॉरपोरेट सैलरी अकाउंट खुलवाने के लिए फैक्ट्रियों में काम करने वाले मजदूरों और दिहाड़ीदारों के दस्तावेज लेता था और फिर इन्हीं दस्तावेजों से अलग-अलग कंपनी के नाम आरोपी सैलरी अकाउंट खोलता था।

    By Jagran NewsEdited By: Anurag GuptaUpdated: Sun, 02 Apr 2023 11:41 PM (IST)
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    Mumbai: फर्जी दस्तावेजों से सैलरी अकाउंट खोलकर जालसाजों को देता था सेल्स मैनेजर

    मुंबई, समीउल्लाह खान (मिड-डे)। मुंबई के पवई इलाके में पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों से सैलरी अकाउंट खोलने के आरोप में एक मल्टीनेशनल बैंक के सेल्स मैनेजर को गिरफ्तार किया है। आरोपी को पुणे से गिरफ्तार किया गया। दरअसल, आरोपी फर्जी दस्तावेजों से सैलरी अकाउंट खोलकर बिहार समेत अन्य राज्यों में जालसाजों को आपूर्ति की।

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    पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मई 2022 से फरवरी 2023 के बीच आरोपी ने कुल 1651 सैलरी अकाउंट खोले थे। ऐसे में असली और फर्जी सैलरी अकाउंट की जांच की जा रही है। 

    गैस एजेंसी देने के नाम पर ठगी

    एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना तब सामने आई जब पवई पुलिस एक ऑनलाइन साइबर धोखाधड़ी मामले की जांच कर रही थी, जिसके बारे में उन्हें इस साल जनवरी के महीने में पता चला। पवई के रहने वाले एक 29 वर्षीय पीड़ित 'गैस एजेंसी' शुरू करना चाहता था। ऐसे में पीड़ित को एक वेबसाइट पर गैस एजेंसी आवंटित होने की जानकारी मिली। 

    इसके बाद स्वयं को सरकारी अधिकारी बताने वाले एक व्यक्ति ने पीड़ित को अपना पैन और आधार कार्ड अपलोड करने के लिए कहा। साथ ही, प्रोसेसिंग शुल्कों के नाम पर विभिन्न खातों में करीब 6.88 लाख रुपये ट्रांसफर किए। बाद में ठगी का अहसास होने पर पीड़ित ने मामला दर्ज करवाया।

    ऐसे खोले गए सैलरी अकाउंट

    इस मामले में शामिल बैंक अकाउंट की जांच के दौरान सामने आया कि वारदात में इस्तेमाल किए गए अकाउंट के केवाईसी में फर्जीवाड़ा हुआ था। इन सभी अकाउंट्स के केवाईसी का सत्यापन एक ही व्यक्ति द्वारा किया गया था। इसके बाद पुलिस टीम ने पुणे से संबंधित बैंक के सेल्स मैनेजर को गिरफ्तार किया। 

    आरोपी की पहचान अरशद अत्तार (27) के रूप में हुई है। आरोपी अत्तार कॉरपोरेट सैलरी अकाउंट खुलवाने के लिए फैक्ट्रियों में काम करने वाले मजदूरों और दिहाड़ीदारों के दस्तावेज लेता था और फिर इन्हीं दस्तावेजों से अलग-अलग कंपनी के नाम आरोपी सैलरी अकाउंट खोलता था।

    इसके बाद सैलरी अकाउंट की डिटेल जालसाजों को सौंप देता था। पुलिस को अंदेशा है कि इस अपराध में कई अन्य लोग भी शामिल हैं और इनका नेटवर्क कई राज्यों में फैला हो सकता है।

    बता दें कि आरोपी अत्तार को गिरफ्तार करने के बाद 31 मार्च को मुंबई लाया गया और फिर अदालत में पेश किया गया, जहां से आरोपी को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।