Mumbai Lalbaugcha Raja: गणपति के भक्तों की अपार श्रद्धा, 2 दिन में लालबाग के राजा को मिला करोड़ों का चढ़ावा
मुंबई के प्रसिद्ध लालबागचा राजा (Lalbaugcha Raja) मंडल को गणेश चतुर्थी उत्सव (Ganesh Chaturthi 2023)के दो दिनों में एक करोड़ रुपये से अधिक का दान मिल चुका है। भगवान गणपति की मूर्ति को दान के रूप में 183.480 ग्राम सोना और 622 ग्राम चांदी का चढ़ावा भी मिला है। वहीं पहले दिन की तुलना में दूसरे दिन नकद में अधिक दान मिला।

मुम्बई, एएनआई। महाराष्ट्र में हर तरफ गणेश चतुर्थी की अलग ही धूम मची हुई है। मुंबई के प्रसिद्ध लालबागचा राजा मंडल को गणेश चतुर्थी उत्सव के दो दिनों में एक करोड़ रुपये से अधिक का दान मिल चुका है।
गणेश उत्सव के दूसरे दिन लालबागचा राजा मंडल को साठ लाख रुपये से अधिक का दान मिला। मंडल के मुताबिक, दूसरे दिन यहां 60,62,000 से अधिक दान मिला है, जिसके बाद उत्सव के दो दिनों में मिलने वाला कुल दान 1,02,62,000 से अधिक हो गया है।
दूसरे दिन मिला अधिक नकद का दान
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भगवान गणपति की मूर्ति को दान के रूप में 183.480 ग्राम सोना और 622 ग्राम चांदी का चढ़ावा भी मिला है। वहीं, पहले दिन की तुलना में दूसरे दिन नकद में अधिक दान मिला।
अनंत अंबानी का मिला समर्थन
बीते बुधवार को, मुंबई के लालबागचा राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल के सचिव सुधीर साल्वी ने लालबाग समिति की गतिविधियों में समर्थन के लिए उद्योगपति मुकेश अंबानी के छोटे बेटे अनंत अंबानी की सराहना की।
उन्होंने कहा, "आज लालबागचा राजा का डायलिसिस सेंटर शुरू हो रहा है, इसमें 24 मशीनें हैं, जो अनंत अंबानी ने दी थी और इसके साथ ही हमारे पास हर मरीज की मदद के लिए एक रक्तदान शिविर भी है। अनंत अंबानी से बहुत समर्थन मिला है।"
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1934 से प्रसिद्ध है मुंबई का लालबागचा राजा
लालबागचा राजा का इतिहास काफी पुराना और प्रसिद्ध है, क्योंकि लालबागचा राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल की गणेश मूर्ति 1934 में स्थापित पूजा स्थल पुतलाबाई चॉल के समय से सबसे प्रसिद्ध रही है। लालबागचा राजा गणपति की मूर्ति की देखभाल पिछले आठ दशकों से अधिक समय पहले से कांबली परिवार कर रहा है।
धूमधाम से मनाया जाता है गणेशोत्सव
गणेश चतुर्थी, 10 दिवसीय त्योहार जो हिंदू चंद्र कैलेंडर माह 'भाद्रपद' के चौथे दिन शुरू होता है। यह शुभ 10 दिवसीय त्योहार 'चतुर्थी' से शुरू हुआ और 'अनंत चतुर्दशी' पर समाप्त होगा। इस साल गणेश चतुर्थी की शुरुआत 19 सितंबर को हुई।
गणेश उत्सव मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है, जिसमें लाखों भक्त भगवान गणेश से आशीर्वाद लेने के लिए मंडलों में इकट्ठा होते हैं। उत्सव मनाने के लिए कई भक्त भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना अपने-अपने घरों में करते हैं और उपवास रखते हैं।
इस दौरान घरों में स्वादिष्ट भोजन बनते हैं और अंत में लोग भगवान गणेश को विसर्जित करके विदा करते हैं। हालांकि, विदाई लोग अपनी पारिवारिक परंपरा के मुताबिक करते हैं।
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