'शरद पवार को सिर्फ 10 सीटें मिलना समझ से परे', राज ठाकरे ने दो महीने बाद तोड़ी चुप्पी
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने राज्य में हुए विधानसभा चुनाव के परिणाम पर सवाल उठाए हैं। परिणाम घोषित होने के करीब दो महीने बाद अब जाकर ठाकरे ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। बता दें कि विधानसभा चुनाव में मनसे ने 123 उम्मीदवार खड़े किए थे लेकिन सभी हार गए थे। ठाकरे ने कहा कि चुनाव परिणाम समझ से परे हैं। उन पर भाजपा ने पलटवार किया है।

राज्य ब्यूरो, मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एक भी सीट न जीत पाने वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने चुनाव परिणाम आने के दो माह बाद अपनी चुप्पी तोड़ी और इन परिणामों पर सवाल खड़े किए।
उन्होंने कहा कि भाजपा का 132 सीटें जीतना समझ में आता है। लेकिन अजीत पवार को 41 सीटें और शरद पवार को सिर्फ 10 सीटें मिलना समझ से परे है।
123 उम्मीदवार किए थे खड़े
राज ठाकरे ने लोकसभा चुनाव में भाजपानीत एनडीए (महाराष्ट्र में महायुति) का समर्थन किया था। लेकिन विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के 123 उम्मीदवार खड़े किए थे। उनके सभी उम्मीदवार हार गए।
यहां तक कि मुंबई की माहिम सीट से उनके पुत्र अमित ठाकरे भी हार गए। चुनाव परिणाम आने के बाद अन्य विपक्षी दल जहां हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ते रहे, वहीं राज ठाकरे ने चुप्पी साधे रखी।
चुनाव परिणाम पर उठाए सवाल
- गुरुवार को मुंबई में हुए अपनी पार्टी के सम्मेलन में उन्होंने चुनाव परिणामों पर मुंह खोला और कहा कि ये चुनाव परिणाम समझ से परे हैं। कांग्रेस के सात बार एमएलए रहे बालासाहब थोरात का 10,000 मतों से हारना आश्चर्यचकित करता है।
- उन्होंने कहा कि भाजपा को 2014 में 122 सीटें मिली थीं। 2019 में 105 सीटें मिली थीं। इसलिए उसका 132 सीटें जीतना समझ में आता है। लेकिन अजीत पवार का 41 सीटें जीतना एवं उनकी पार्टी के संस्थापक रहे शरद पवार का सिर्फ 10 सीटें जीतना समझ से परे है।
- राज ठाकरे ने कहा कि हमारी पार्टी को भी वोट मिले थे। लेकिन वे वोट कहीं गायब हो गए। राज ठाकरे ने अनेक उदाहरण देते हुए भाजपा पर समय-समय पर विचारधारा बदलने का आरोप लगाते हुए कटाक्ष किया कि आप करो तो प्यार, हम करें तो बलात्कार।
भाजपा ने दिया जवाब
राज ठाकरे के इस बयान पर अब महाराष्ट्र के अन्य दलों की ओर से भी प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं। मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार ने कहा है कि भाजपा ने अनुच्छेद 370 हटाते समय, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर, काशी-विश्वनाथ कॉरीडोर एवं उज्जैन महाकाल कॉरीडोर बनवाने सहित गरीब कल्याण योजनाएं लागू करते हुए भाजपा ने कभी कोई समझौता नहीं किया।
उन्होंने कहा कि इसलिए राज ठाकरे अपने बयान के द्वारा जो नैरेटिव फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, उसे महाराष्ट्र की जनता स्वीकार नहीं करेगी।
राकांपा प्रवक्ता ने किया पलटवार
राज ठाकरे ने जिस राकांपा को 41 सीटें मिलने पर आश्चर्य जताया है, उसके प्रवक्ता आनंद परांजपे ने भी राज ठाकरे को उत्तर देते हुए कहा कि उन्होंने 128 सीटें लड़ीं और केवल 1.55 प्रतिशत वोट पाकर एक भी जीत नहीं सके। उन्हें अपना चुनाव चिह्न बचाने पर ध्यान देना चाहिए, नाकि राकांपा की जीती हुई सीटों पर।
परांजपे ने कहा कि मनसे हमेशा मौसम की तरह अपना रुख बदलती रही है। इसके अलावा उसकी अराजक भूमिका के कारण ही लोगों ने उस पर भरोसा करना छोड़ दिया है। लेकिन राज ठाकरे के आज के बयान से विपक्षी खेमा उत्साहित दीख रहा है। शिवसेना (यूबीटी) के सांसद अरविंद सावंत ने कहा है कि राज ठाकरे देर से ही सही, लेकिन सच बोले हैं।
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