महाराष्ट्र का विधानभवन बना 'अखाड़ा', विधायकों के समर्थकों के बीच झड़प मामले में दो गिरफ्तार
महाराष्ट्र विधानभवन परिसर में विधायकों के समर्थकों के बीच झड़प के बाद विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने विधानमंडल सत्र के दौरान सामान्य आगंतुकों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। अब केवल मंत्री विधायक निजी सचिव और अधिकारियों को ही प्रवेश मिलेगा। इस घटना के संबंध में राकांपा विधायक जितेंद्र आव्हाड और भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर के एक-एक समर्थक को गिरफ्तार किया गया है।

राज्य ब्यूरो, मुंबई। महाराष्ट्र विधानभवन परिसर में दो विधायकों के समर्थकों के बीच झड़प के एक दिन बाद विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने विधानमंडल सत्र के दौरान सामान्य आगंतुकों के परिसर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। अब सिर्फ मंत्रियों, विधायकों, उनके निजी सचिवों और अधिकारियों को ही प्रवेश मिलेगा।
वहीं, विधानभवन परिसर में हुई झड़प के संबंध में राकांपा (शरदचंद्र पवार) के विधायक जितेंद्र आव्हाड और भाजपा के गोपीचंद पडलकर के एक-एक समर्थक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
राज्य विधानमंडल के निचले सदन में यह घोषणा करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने यह भी कहा कि सदस्यों को अयोग्य घोषित करने के लिए एक सशक्त आचार समिति का गठन एक सप्ताह के भीतर कर दिया जाएगा।
एक सशक्त आचार समिति का गठन किया जाएगा
गुरुवार को राकांपा (शरदचंद्र पवार) के विधायक जितेंद्र आव्हाड और भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर के समर्थकों के बीच विधानभवन परिसर में मारपीट हो गई थी। इससे एक दिन पहले दोनों विधायकों के बीच तीखी बहस भी हुई थी।
नार्वेकर ने बताया कि यह घटना विधानभवन के भूतल पर शाम 5.45 बजे हुई। उन्होंने विधानभवन के मुख्य सुरक्षा अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है। कहा कि विधायकों को उनके साथ आए लोगों के आचरण के लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा।
नार्वेकर ने कहा कि नितिन देशमुख और सरजेराव (ऋषिकेश) टाकले, जो क्रमश: आह्वाड और पडलकर के सहयोगी हैं और गुरुवार को हुई हाथापाईं में शामिल थे। उन पर सदन के विशेषाधिकार हनन का मामला चलेगा। उक्त दोनों व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके साथ छह-सात अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भी आपराधिक मामला दर्ज किया गया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।