Maharashtra: विधानसभा में सरकार पर भड़के अजित पवार, देवेंद्र फडणवीस को मांगनी पड़ी माफी
Maha Assembly महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता अजीत पवार ने बुधवार को सदन की विशेष बैठक के दौरान मंत्रियों की अनुपस्थिति को लेकर राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। मामला इतना बढ़ गया कि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को माफी मांगनी पड़ गई।

मुंबई, एजेंसी। Maha Assembly: महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता अजीत पवार ने बुधवार को सदन की विशेष बैठक के दौरान मंत्रियों की अनुपस्थिति को लेकर राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। मामला इतना बढ़ गया कि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को माफी मांगनी पड़ गई। बता दें कि यह मुद्दा तब उठा जब विधानसभा का बजट सत्र चल रहा था और दिन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई थी।
मंत्रियों की अनुपस्थिति के कारण उठा केवल एक मुद्दा
जब अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने प्रश्नकाल शुरू किया, वैसे ही अजीत पवार ने गुस्से में कहा कि आज की विशेष बैठक में आठ ध्यानाकर्षण नोटिस सूचीबद्ध किए गए थे, लेकिन पर्यटन से संबंधित सिर्फ एक पर चर्चा की जाएगी, क्योंकि सदन में केवल संबंधित मंत्री ही मौजूद है। अन्य मंत्रियों की अनुपस्थिति के कारण सात विषय पर चर्चा नहीं की जाएगी।
'यह बेशर्मी की बात है'
अजित पवार ने गुस्से में कहा कि 'यह बेशर्मी की बात है कि मंत्री विधायी कार्य को गंभीरता से नहीं लेते हैं। सभी मंत्री बनना चाहते हैं लेकिन कोई भी अपने विभागों का काम नहीं करना चाहता। पवार ने इशारा किया कि संसदीय मामलों के मंत्री चंद्रकांत पाटिल भी अनुपस्थित रहे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता ने 14 मार्च को कहा था कि सत्ता पक्ष और विपक्षी बेंच के सभी विधायक, जिनके ध्यानाकर्षण नोटिस को विशेष बैठक में सूचीबद्ध किया गया था, सदन में आए।
फडणवीस ने मांगी माफी
देवेंद्र फडणवीस ने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि जब विधानसभा में उनके विभागों से संबंधित मुद्दों को उठाया जाएगा तो सभी मंत्रियों को उपस्थित रहने के लिए कहा जाएगा। उन्होंने अपनी सफाई में कहा, 'आदेश आधी रात के बाद आया, मंत्रियों को ब्रीफिंग के लिए समय नहीं मिला।' इस पर, पवार ने कहा कि सूचीबद्ध सभी ध्यानाकर्षण नोटिस वे हैं जिन्हें स्थगित कर दिया गया था। इसलिए सभी मंत्रियों ने पहले ही नौकरशाहों से उनके बारे में जानकारी ले ली है।
अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा कि सदस्यों से 2,376 ध्यानाकर्षण नोटिस ऑनलाइन प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस सत्र में अब तक 57 ध्यानाकर्षण नोटिसों पर चर्चा की जा चुकी है, उन्होंने सदन को आश्वासन दिया कि दिन का आदेश समय पर उपलब्ध कराया जाएगा।
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