'ऐसे पते पर क्यों जा रहे हो जहां...', अब मुंबई पुलिस पर कुणाल कामरा ने कसा तंज, सोशल मीडिया पर लिखा ये पोस्ट
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अशोभनीय टिप्पणी करनेवाले स्टैंडअप कामेडियन कुणाल कामरा के माता-पिता के घर पुलिस पहुंची और पूछताछ किया। इसपर उन्होंने उन्होंने मुंबई पुलिस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पुलिस अपना समय और सार्वजनिक संसाधनों को बर्बाद न करें। कुणाल कामरा ने पिछले सप्ताह महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को गद्दार बताते हुए उन पर अशोभनीय टिप्पणियां की थीं।

राज्य ब्यूरो, मुंबई। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अशोभनीय टिप्पणी करनेवाले स्टैंडअप कामेडियन कुणाल कामरा को आज खार पुलिस के सामने पेश होना था। लेकिन वह पुलिस के सामने हाजिर नहीं हुए। इसके बाद पुलिस ने माहिम स्थित उनके घर जाकर उनकी उपलब्धता की जानकारी ली।
इसी बीच उन्होंने मुंबई पुलिस पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस अपना समय और सार्वजनिक संसाधनों को बर्बाद न करें। मुंबई पुलिस की एक टीम कामरा के माता-पिता के घर पहुंची और पूछताछ किया। इसपर कामरा ने कहा,"ऐसे पते पर जाना, जहां मैं पिछले 10 वर्षों से नहीं रहा हूं, आपके समय और सार्वजनिक संसाधनों की बर्बादी है...", कामरा ने एक्स पर अपनी एक तस्वीर पोस्ट करते हुए ये बातें लिखी।
कामरा के खिलाफ कई मामले दर्ज
कुणाल कामरा ने पिछले सप्ताह महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को गद्दार बताते हुए उन पर अशोभनीय टिप्पणियां की थीं। इस मामले में उनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई थी, और उन्हें सोमवार को खार पुलिस के सामने हाजिर होना था। लेकिन वह पुलिस के समक्ष पेश नहीं हुए। इसके बाद पुलिस की एक टीम उनकी उपलब्धता की 'जांच' करने के लिए माहिम स्थित उनके घर गई थी।
एक अधिकारी ने बताया कि यह दूसरी बार है जब उन्हें बुलाया गया था, और वह हाजिर नहीं हुए। अधिकारी ने कहा कि खार पुलिस की एक टीम माहिम स्थित उनके घर गई, जहां उनका परिवार रहता है, ताकि पता चल सके कि वह मामले के सिलसिले में पेश होंगे या नहीं। चूंकि वह पेश नहीं हुए, इसलिए आगे की कार्रवाई पर जल्द ही फैसला किया जाएगा।
Going to an address where I haven’t lived for the last 10 Years is a waste of your time & public resources… pic.twitter.com/GtZ6wbcwZn
— Kunal Kamra (@kunalkamra88) March 31, 2025
मद्रास उच्च न्यायालय ने कामरा को अंतरिम अग्रिम जमानत दी
उनको उपस्थित होने के लिए पहला नोटिस पिछले सप्ताह जारी किया गया था, तथा उनके द्वारा सात दिन का समय मांगने के अनुरोध को पुलिस ने अस्वीकार कर दिया था। मद्रास उच्च न्यायालय ने 28 मार्च को कामरा को इस शर्त पर अंतरिम अग्रिम जमानत प्रदान की है कि वह तमिलनाडु के विल्लुपुरम जिले के वनूर में न्यायिक मजिस्ट्रेट की संतुष्टि के लिए बांड भरेंगे।
कामरा ने दलील दी थी कि वह 2021 में मुंबई से तमिलनाडु चले गए थे और तब से वह आम तौर पर इसी राज्य (तमिलनाडु) के निवासी हैं, और उन्हें मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तारी का डर है। पिछले सप्ताह नासिक ग्रामीण, जलगांव और नासिक (नांदगांव) में भी उनके खिलाफ दर्ज तीन एफआईआर खार पुलिस स्टेशन में स्थानांतरित कर दी गई हैं, जहां शिवसेना विधायक मुरजी पटेल की शिकायत पर पहले से ही मामला दर्ज है।
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