Kunal Kamra Controversy: 'ऐसे शहरी नक्सलियों को तो...', कुणाल कामरा पर फूटा CM देवेंद्र फडणवीस का गुस्सा
Kunal Kamra Eknath Shinde Controversy महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि कुणाल कामरा को उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का अपमान करने के ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, मुंबई। स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा द्वारा उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को गद्दार कहकर अपमानित किए जाने के बाद महाराष्ट्र के पक्ष-विपक्ष में रार छिड़ गई है।
शिवसेना (यूबीटी) के नेता काबरा के समर्थन में खड़े हैं, तो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि कुणाल कामरा को उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का अपमान करने के लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे कृत्यों का समर्थन करने वाले ‘शहरी नक्सलियों’ और ‘वामपंथी उदारवादियों’ को सबक सिखाया जाएगा।
स्टैंडअप कॉमेडियन ने मुंबई के खार स्थित यूनीकांटीनेटल होटल के हैबिटेट स्टूडियो में पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को गद्दार कहते हुए उनपर हिंदी फिल्म दिल तो पागल है के एक गाने की पैरोडी बनाकर गाई थी। इस कविता के वायरल होने के बाद शिवसेना शिंदे गुट के कार्यकर्ताओं ने उक्त स्टूडियो में जाकर जमकर तोड़फोड़ की।
क्या कुणाल कामरा महाराष्ट्र की जनता से बड़े हैं: सीएम फडणवीस
तोड़फोड़ करने वाले 11 कार्यकर्ताओं के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। शिंदे के अपमान के मुद्दे पर महाराष्ट्र विधानसभा में हंगामा होने के बाद मुख्यमंत्री फडणवीस ने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि 2024 के विधानसभा चुनाव के नतीजों ने दिखा दिया है कि कौन गद्दार है और कौन खुद्दार है।
लोगों ने शिंदे को शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे की विरासत का असली उत्तराधिकारी होने पर अपनी स्वीकृति की मुहर लगा दी है। उन्होंने कहा कि जनता ने उन लोगों को पराजित कर दिया है जिन्होंने बाल ठाकरे की विचारधारा के साथ विश्वासघात किया था। फडणवीस ने सवाल किया कि क्या कुणाल कामरा महाराष्ट्र की जनता से बड़े हैं ?
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को व्यंग्य और हास्य की स्वतंत्रता है। लेकिन जानबूझकर किसी व्यक्ति का अपमान करने की अनुमति नहीं है। कामरा ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान उपमुख्यमंत्री का अपमान करने के बाद संविधान की लाल किताब दिखाई, जिसे राहुल गांधी लेकर चल रहे हैं। दोनों ने संविधान नहीं पढ़ा है। वह यह किताब दिखाकर अपने कृत्य को उचित नहीं ठहरा सकते, ना ही बच सकते हैं।
संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों का अपमान करना सही नहीं: फडणवीस
फडणवीस ने कहा कि संविधान कहता है कि जब आप दूसरों की स्वतंत्रता पर हमला करते हैं, तो आपकी अपनी स्वतंत्रता प्रतिबंधित होती है। उन्होंने कहा कि हमें राजनीतिक व्यंग्य पर कोई आपत्ति नहीं है। हम इसे पसंद करते हैं और इसकी सराहना करते हैं। लेकिन संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों का अपमान करना और संस्थाओं को निशाना बनाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ऐसे कृत्यों का समर्थन करने वाले 'शहरी नक्सलियों' और 'वामपंथी उदारवादियों' को सबक सिखाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दुरुपयोग बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। फडणवीस ने कहा कि हम दबाव के आगे नहीं झुकेंगे और सख्त से सख्त कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि कामरा का प्रधानमंत्री, भारत के मुख्य न्यायाधीश और न्यायपालिका पर निम्न स्तरीय टिप्पणियां करने का इतिहास रहा है।
कामरा के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो: शिवसेना
इससे पहले सदन में कामरा शो विवाद को लेकर हंगामा हुआ और शिवसेना सदस्यों ने स्टैंड-अप कॉमेडियन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। शिवसेना के अर्जुन खोतकर ने इस मुद्दे को उठाया और कामरा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। मंत्री शंभूराज देसाई ने भी खोतकर की मांग का समर्थन किया।
लेकिन दूसरी ओर शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, उनके पुत्र आदित्य ठाकरे एवं पार्टी के प्रवक्ता संजय राउत पूरी तरह से कुणाल कामरा के समर्थन में खड़े दिखाई दे रहे हैं। उद्धव ठाकरे ने पत्रकारों से बात करते हुए साफ कहा कि कुणाल ने गलत क्या कहा है। शिंदे गद्दार हैं, तो हैं। कुणाल कामरा द्वारा शिंदे का अपमान किए जाने के मुद्दे पर शिवसेना विधायक मुरजी पटेल ने मुंबई के एमआईडीसी थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई है।

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