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    Torres Scam: टोरेस घोटाला घोटाले में बड़ा एक्शन, मुंबई EOW ने दाखिल किया 27 हजार से ज्यादा चार्जशीट

    Updated: Thu, 27 Mar 2025 11:30 PM (IST)

    महाराष्ट्र के बहुचर्चित टोरेस घोटाले में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने 27 हजार से ज्यादा चार्जशीट दाखिल किए हैं। इसमें सात आरोपित व्यक्तियों और एक फर्म का नाम शामिल है। जांच से पता चला है कि यह एक सुनियोजित पोंजी स्कीम थी। इसके साथ ही ईओडब्ल्यू ने दावा किया है कि यह घोटाला 142.58 करोड़ का था।

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    महाराष्ट्र के टोरेस घोटाले में ईओडब्ल्यू ने 27 हजार से ज्यादा चार्जशीट दाखिल किए हैं (फोटो- एएनआई)

    मिड-डे, मुंबई। महाराष्ट्र के बहुचर्चित टोरेस घोटाले में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने 27 हजार से ज्यादा चार्जशीट दाखिल किए हैं। इसमें सात आरोपित व्यक्तियों और एक फर्म का नाम शामिल है।

    जांच से पता चला है कि यह एक सुनियोजित पोंजी स्कीम थी, जिसमें निवेशकों को मैसनेट स्टोन और मैसनेट आधारित चांदी और सोने के आभूषणों की खरीद के जरिए उच्च रिटर्न का वादा करके लुभाया गया था।

    घोटाला 142.58 करोड़ का था

    ईओडब्ल्यू के अनुसार, राजस्थान से घटिया किस्म के पत्थर 350-500 रूपये में खरीदकर 8,000 रुपये में बेचा गया और 2023 से जनवरी 2025 तक राजस्थान स्थित आपूर्तिकर्ता से 20 करोड़ रुपये मूल्य के पत्थर खरीदे गए थे। ईओडब्ल्यू ने दावा किया है कि यह घोटाला 142.58 करोड़ का था। इस मामले में अब तक केवल 14 हजार निवेशकों ने मुंबई पुलिस से संपर्क किया है।

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    ईओडब्ल्यू ने कहा कि उम्मीद है कि टोरेस स्कीम में एक लाख से ज्यादा लोगों ने निवेश किया है। यह घोटाला 1000 करोड़ से ज्यादा का हो सकता है। चार्जशीट में घोटाले में शामिल प्रत्येक आरोपित की भूमिका का विवरण दिया गया है। आरोपितों में से एक तौसीफ रियाज उर्फ जान कार्टर के खिलाफ भी आरोपपत्र दाखिल किया गया है। तौसीफ खुद को व्हिसिलब्लोअर होने का दावा किया था।

    पोंजी स्कीम स्थापित करनी थी

    जांचकर्ताओं का आरोप है कि उसने मुंबई और उसके बाहरी इलाकों में पोंजी स्कीम स्थापित करने में विदेशी नागरिकों जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। घोटाले में शामिल दूसरी आरोपित मुंबई में कई वर्षों से रह रही यूक्रेनी नागरिक तानिया है।

    टोरेस स्कीम में वह क्षेत्रीय प्रबंधक के रूप में काम करती थी और शोरूम संचालन और कर्मचारियों की भर्ती की देखरेख करती थी। तीसरी आरोपित 44 वर्षीय रूसी मूल की महिला वैलेंटिना है, जो 20 वर्षों से भारत में रह रही है। वह एक भारतीय से विवाह की है और उसकी एक 11 साल की बेटी है। उसने तानिया के साथ मिलकर काम किया और पोंजी योजना को बढ़ावा देने में सक्रिय भूमिका निभाई।

    सक्रिय भागीदारी को उजागर किया गया

    मामले में चौथे आरोपित के रूप में सर्वेश अशोक सुर्वे का नाम है। वह कंपनी में निदेशक के रूप में सूचीबद्ध है। हालांकि, चार्जशीट में विदेशी नागरिकों और तौसीफ रियाज के साथ घोटाले में उनकी सक्रिय भागीदारी को उजागर किया गया है। पांचवे आरोपित के रूप में यूक्रेन के नागरिक और अपने देश में मशहूर अभिनेता अर्मेन का नाम है।

    विदेशी नागरिकों को तौसीफ रियाज से जोड़ने में उसकी भूमिका सामने आने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया है। छठवां आरोपित अल्पेश हवाला आपरेटर है और उसने घोटाले में शामिल विदेशी नागरिकों के लिए वित्तीय लेनदेन को सुगम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

    टोरेस को शुरुआती पूंजी उपलब्ध कराई

    सातवां आरोपित लल्लन सिंह ने शेल कंपनियों के नेटवर्क के माध्यम से टोरेस को शुरुआती पूंजी उपलब्ध कराई। इन फंडों की मदद से प्लैटिनम हर्न प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की गई, जिसके तहत टोरेस भारत में काम करता था।