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    झोले में पुड़िया... तुलजा भवानी मंदिर से जुड़े पुजारियों की एक गलती और पुलिस की नजर, ऐसे हुआ ड्रग रैकेट का भंडाफोड़

    Updated: Wed, 09 Apr 2025 08:48 PM (IST)

    धाराशिव के पुलिस अधीक्षक संजय जाधव ने मीडिया से कुछ पुजारियों की संभावित संलिप्तता की पुष्टि की है। लेकिन उनका नाम या सटीक संख्या बताने से इनकार कर दिया है। जाधव ने कहा कि हम अपने पास उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों की जांच करेंगे। चाहे वे किसी भी पद पर हों आरोपियों के साथ आरोपी जैसा ही व्यवहार किया जाएगा।

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    धाराशिव जिला पुलिस 14 फरवरी से इस मामले की जांच कर रही है (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    राज्य ब्यूरो, मुंबई। महाराष्ट्र के सुप्रसिद्ध तुलजा भवानी मंदिर के एक दर्जन से अधिक पुजारियों के ड्रग रैकेट से जुड़े होने का मामला सामने आया है। यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज की तुलजा भवानी में अपार श्रद्धा थी।

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    तुलजा भवानी मंदिर मराठवाड़ा क्षेत्र के धाराशिव जिले में तुलजापुर कस्बे में स्थित है। इस क्षेत्र में एक ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ होने के बाद धाराशिव जिला पुलिस 14 फरवरी से इस मामले की जांच कर रही है। यह ड्रग रैकेट सोलापुर-तुलजापुर रोड पर तमालवाड़ी चेकपोस्ट पर करीब ढाई लाख रुपए मूल्य की मेफेड्रोन जब्त किए जाने के बाद सामने आया था।

    दो लोगों की पहले ही हुई गिरफ्तारी

    जब उनसे पूछा गया कि क्या पुजारी नशीली दवाओं के व्यापार में शामिल हैं, तो उन्होंने कहा कि किसी विशेष पेशे पर उंगली उठाना उचित नहीं होगा। संयोगवश, कुछ संदिग्ध राजनीतिक दलों से भी जुड़े हुए हैं। जाधव के अनुसार ड्रग जब्ती मामले में गिरफ्तारियों की संख्या 14 हो गई है।

    जांच के अनुसार ये नशीले पदार्थ मुंबई से तुलजापुर पहुंचे थे। मुंबई की एक महिला (संगीता गोले), उसका पति (वैभव गोले) और वहां का एक अन्य व्यक्ति ड्रग्स की आपूर्ति करते थे। महिला और एक अन्य व्यक्ति को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।

    तुलजापुर के पालीकर पुजारी मंडल के अध्यक्ष विपिन शिंदे ने कहा कि कम से कम 11 पुजारियों के नाम सामने आए हैं। लेकिन मामले में नामित अधिकांश पुजारी (तुलजा भवानी) मंदिर में आते ही नहीं हैं। इसलिए सभी पुजारियों को बदनाम नहीं किया जाना चाहिए। जो पुजारी दोषी पाए जाएंगे, उन पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।

    उन्होंने कहा कि हमने पिछले तीन वर्षों से तुलजापुर में पनप रहे मादक पदार्थों के गोरखधंधे के खिलाफ आवाज उठाई है। यह प्रकरण सामने आने के बाद विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने कहा है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उनके राजनीतिक और सामाजिक संबंध यहां मायने नहीं रखते। स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

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