Lalbaugcha Raja के दर्शन के लिए 770 किमी की दूरी पैदल ही नाप दी भगवान गणेश के भक्त ने, कोरोनाकाल में लिया था प्रण
ईश्वर में विश्वास रखने वाले उनके भक्त अपनी निष्ठा के चलते कठोर से कठोर प्रण करते हैं और उसे पूरा कर आम लोगों को आश्चर्य में डाल देते हैं। भगवान गणेश का ऐसा ही एक भक्त मुंबई में मिला। पढ़ें विस्तार-

मुंबई, जेएनएन। लोक परंपराओं की विविधता से परिपूर्ण भारत आस्था का अद्वितीय प्रतीक है। जहां ईश्वर में विश्वास रखने वाले उनके भक्त अपनी निष्ठा के चलते कठोर से कठोर प्रण करते हैं और उसे पूरा कर आम लोगों को आश्चर्य में डाल देते हैं। भगवान गणेश का ऐसा ही एक भक्त मुंबई के ‘लाल बाग का राजा’ के दर्शन करने पहुंचा है, जिसने अपने प्रण के चलते 770 किलोमीटर की दूरी मात्र 25 दिनों तक पैदल चलकर नाप दी।
दरअसल, यह भक्त गुजरात के जूनागढ़ जिले का रहने वाले 44 वर्षीय समीर जगदीश भाई दत्तानी हैं, जो 770 किलोमीटर लंबी यात्रा कर मुंबई पहुंचे हैं। वे यहां ‘लालबाग का राजा’ के दर्शन करेंगे। दत्तानी ने पिछले महीने 13 अगस्त को अपनी यात्रा की शुरुआत की थी। 25 दिनों की लंबी पैदल यात्रा के बाद यहां मीरा रोड पहुंचे हैं। वे बुधवार को शाम 4 बजे तक लाल बाग राजा पहुंच जाएंगे।
गुजरात शिक्षा बोर्ड में शिक्षा निरीक्षक हैं दत्तानी
दत्तानी पेशे से एक प्राथमिक विद्यालय के अध्यापक और प्रिंसिपल रह चुके हैं। हाल ही में पदोन्नति हासिल कर वे अब गुजरात शिक्षा बोर्ड में शिक्षा निरीक्षक के तौर पर कार्यरत हैं। मिड-डे अखबार से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि वे लालबाग के राजा (भगवान गणेश) के भक्त हैं और पिछले पांच सालों से लगातार मुंबई उनके दर्शन करने के लिए आते रहे हैं। लेकिन बीते दो सालों में कोरोना महामारी के कारण वे मुंबई की यात्रा नहीं कर सके।
कोरोना महामारी के दौरान लिया था प्रण
दत्तानी ने बताया, ‘कोरोना की दूसरी लहर में, जब मैंने लोगों को परेशानियों से जूझते देखा, लोग दवाइयों और आक्सीजन के लिए राे रहे थे। मैंने तभी यह प्रण लिया और यह निश्चय किया कि अगर भगवान गणेश जी ने काेरोना महामारी को खत्म कर दिया और लोगों का जीवन पटरी पर पहले जैसा चलने लगा तो तब मैं लाल बाग के राजा का दर्शन करने अपने पैरों पर पैदल चलकर आऊंगा। अब जब परिस्थितियां पहले जैसे हो गई हैं तो मैं अपना प्रण पूरा करने के लिए निकल पड़ा हूं।’
रोजाना 30 से 32 किलोमीटर करते हैं यात्रा
दत्तानी ने बताया, ‘वे यात्रा के दौरान रोजाना 30 से 32 किलोमीटर चलते हैं और रात को आराम करते हैं। उन्होंने जूनागढ़ से 13 अगस्त को अपन यात्रा शुरू की थी, जो 740 किलोमीटर की यात्रा पूरा करते हुए मीरा रोड पहुंचे हैं और कल शाम तक लाल बाग पहुंचेंगे।’ उन्होंने कहा कि भगवान की कृपा से 25 दिन बीत जाने के बाद भी उनके सामने कोई परेशानी नहीं। यात्रा के दौरान लोगों ने जगह-जगह मेरा सम्मान किया और मेरा उत्साहवर्धन किया, मेरे रहने और खाने की व्यवस्था भी की।
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