महाराष्ट्र भूषण सम्मान समारोह के दौरान हुईं मौतें बनी शिंदे सरकार के लिए परेशानी, विपक्ष ने बोला चौतरफा हमला
पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि पहले यह कार्यक्रम शाम को होने वाला था। लेकिन मुख्य अतिथि अमित शाह द्वारा शाम को समय न दिए जाने के कारण कार्यक्रम दोपहर में हुआ। इसके चलते इतने लोगों की जान गई।
मुंबई, राज्य ब्यूरो। महाराष्ट्र भूषण सम्मान समारोह के दौरान हुई मौतें शिंदे सरकार के लिए बड़ी मुसीबत बन गई हैं। रविवार को खारघर में भीषण गर्मी एवं तेज धूप के बीच दोपहर में आयोजित इस समारोह के कारण अब तक 12 लोग मारे जा चुके हैं, जिससे शिंदे सरकार को चौतरफा आलोचना का शिकार होना पड़ रहा है। इस समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह थे।
सरकार पर चौतरफा हमले शुरू हो गए
रविवार को समाजसेवी डा. दत्तात्रेय नारायण धर्माधिकारी को महाराष्ट्र भूषण सम्मान देने के लिए इस समारोह का आयोजन किया गया था। इसमें धर्माधिकारी में आस्था रखने वाले लाखों की संख्या में लोग उपस्थित हुए। दावा किया जा रहा है कि वहां उपस्थित लोगों की संख्या 20 लाख से अधिक थी। इन सभी लोगों को 38 डिग्री सेल्सियस तापमान में खुली धूप में दोपहर बाद तक बैठाकर रखा गया।
जिसके कारण कार्यक्रम खत्म होते-होते बड़ी संख्या में लोग बीमार होने लगे। उन्हें नवी मुंबई के महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां रविवार रात तक 11 लोगों की मौत हो चुकी थी और एक व्यक्ति के सोमवार को मारे जाने की सूचना है। इन मौतों के बाद से ही सरकार पर चौतरफा हमले शुरू हो गए हैं।
गृह मंत्री अमित शाह ने भी व्यक्त किया शोक
पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि पहले यह कार्यक्रम शाम को होने वाला था। लेकिन मुख्य अतिथि अमित शाह द्वारा शाम को समय न दिए जाने के कारण कार्यक्रम दोपहर में हुआ। इसके चलते इतने लोगों की जान गई। आम आदमी पार्टी की मुंबई अध्यक्ष प्रीति शर्मा मेनन ने यह कहते हुए सरकार पर तंज कसा है कि जो लोग 50 करोड़ लेकर सत्ता में आए, वे अब इस घटना में मारे गए लोगों को पांच लाख रुपये की सहायता राशि देकर छुटकारा पाना चाहते हैं।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार ने कार्यक्रम खत्म होने के बाद भगदड़ की भी आशंका जताई है। हालांकि, इस कार्यक्रम के बाद हुई मौतों पर गृह मंत्री अमित शाह ने भी दुख व्यक्त किया है। लेकिन, विपक्ष के निशाने पर अब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ ही भाजपा के नेता भी हैं, क्योंकि राज्य सरकार द्वारा दिया जाने वाला यह सबसे बड़ा सम्मान राज्य के संस्कृति विभाग द्वारा दिया जाता है। यह विभाग इस समय भाजपा के वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार के पास है।