संभाजी महाराज पर आपत्तिजनक सामग्री न हटाने पर एक्शन, विकिपीडिया के चार एडिटर्स के खिलाफ मामला दर्ज
संभाजी महाराज के आपत्तिजनक कंटेंट न हटाने के बाद विकिपीडिया के चार संपादकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस विवाद के सामने आने के बाद महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने सख्त रुख अपनाया था। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा जो किसी जानकारी को तोड़ मरोड़ कर पेश करते हों। पहले नोटिस देकर कंटेंट हटाने की बात कही गई थी।
पीटीआई, मुंबई। महाराष्ट्र साइबर पुलिस ने विकिपीडिया के चार संपादकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से संभाजी महाराज के आपत्तिजनक कंटेंट न हटाने के आरोप में इन लोगों पर मामला दर्ज किया गया है।
दरअसल, नोडल एजेंसी ने कैलिफोर्निया स्थित विकिमीडिया फाउंडेशन को नोटिस भेजा था। नोटिस भेजकर विकिपीडिया से सामग्री हटाने का अनुरोध किया था। इसके बावजूद भी विकिपीडिया से विवादित कंटेंट को नहीं हटाया गया। विकिमीडिया फाउंडेशन एक गैर-लाभकारी संगठन है जो विकिपीडिया को होस्ट करता है।
नोटिस में क्या कहा गया?
जानकारी दें कि महाराष्ट्र साइबर एजेंसी ने नोटिस में कहा था कि विकिपीडिया की सामग्री गलत है और इससे राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। नोटिस में इस बात का जिक्र किया गया था कि मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज के पुत्र संभाजी महाराज भारत में अत्यधिक पूजनीय हैं।
पोस्ट बन सकती है परेशानी की वजह
इस नोटिस में कहा गया था कि विकिपीडिया पर पोस्ट की गई जानकारी उनके अनुयायियों के बीच अशांति का कारण भी बन सकती है। बाद में अधिकारियों ने बताया कि सामग्री हटाने के बारे में विकिमीडिया की ओर से कोई जवाब नहीं मिलने पर महाराष्ट्र साइबर ने आईटी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत विकिपीडिया के कम से कम चार संपादकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
विकिपीडिया के बारे में जानिए
गौरतलब है कि विकिपीडिया एक मुफ्त सामग्री वाला ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जिसे स्वयंसेवकों के एक समुदाय द्वारा खुले सहयोग के माध्यम से लिखा और बनाए रखा जाता है। बता दें कि कुछ विशिष्ट व्यक्ति इस वेबसाइट पर सामग्री अपलोड कर सकते हैं। बताते चलें कि यह आपत्ति हाल ही में रिलीज हुई हिंदी फिल्म 'छावा' से सामने आई। यह फिल्म संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित है।
सीएम ने दिया था निर्देश
बता दें कि इस विवाद के सामने आने के बाद महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने सख्त रुख अपनाया था। उन्होंने महाराष्ट्र साइबर सेल को भी निर्देश दिए। सीएम ने कड़े शब्दों में कहा था कि ओपन-सोर्स प्लेटफॉर्म पर वह इस तरह के लेखन को बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि जानकारियों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है।
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