Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भारतीय टीम के स्वागत में उमड़ा ऐसा जनसैलाब, लग गया जूते-चप्पलों का अंबार; पांच जीपों में BMC ने भरा

    Updated: Fri, 05 Jul 2024 10:56 PM (IST)

    टी-20 विश्वकप जीतने के बाद टीम इंडिया ने मुंबई में विजय परेड में हिस्सा लिया। भारतीय टीम का एक विशाल जनसैलाब ने स्वागत किया। मुंबई की मरीन ड्राइव रोड पर जूते-चप्पलों का ढेर लग गया। बीएमसी ने पांच जीपों में जूते-चप्पलों को भरा। विजय परेड के बाद 10-12 टन कचरा इकट्ठा हुआ। बीएमसी के 100 कर्मचारियों ने सफाई अभियान में हिस्सा।

    Hero Image
    जूते-चप्पलों को एकत्रित करते बीएमसी के कर्मचारी।

    जागरण,राज्य ब्यूरो, मुंबई। टी-20 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का गुरुवार शाम अद्भुत, अविश्वसनीय स्वागत किया गया। चैंपियन टीम के स्वागत के लिए उमड़े जनसैलाब का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि स्वागत कार्यक्रम के बाद मुंबई के मरीन ड्राइव पर भीड़ द्वारा छोड़े गए जूतों, पानी की बोतलों सहित 10-12 मीट्रिक टन कचरे को बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने सात वाहनों में इकट्ठा किया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह भी पढ़ें: इस साल तक भारत बन जाएगा महाशक्ति, दिग्गज अर्थशास्त्री ने जताया विश्वास; लेकिन रास्ते में आएंगे व्यवधान

    सुबह तक चला सफाई अभियान

    बीएमसी ने शुक्रवार को बताया कि विजय परेड के बाद गुरुवार और शुक्रवार की मध्य रात्रि तक सफाई अभियान चलाया गया। बीएमसी के अनुसार सफाई अभियान के दौरान बड़ी संख्या में खाद्य पदार्थों के रैपर और पानी की बोतलों के साथ-साथ भारी मात्रा में जूते और चप्पल भी एकत्र किए गए।

    पांच जीपों में जूते और चप्पलों को भरा गया

    कचरे में से जूते और चप्पलों को पांच जीपों में एकत्र किया गया और मौके से कचरा उठाने के लिए दो डंपरों का भी इस्तेमाल करना पड़ा। सफाई अभियान गुरुवार रात 11:30 बजे से शुक्रवार सुबह आठ बजे तक चला।

    सफाई अभियान में लगे 100 कर्मचारी

    सफाई अभियान में नगर निगम के ठोस अपशिष्ट प्रबंधन विभाग के सौ कर्मचारियों सहित कुछ गैर सरकारी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने भी हिस्सा लिया। बीएमसी ने कहा कि कचरे को डंपिंग ग्राउंड में भेजने के बजाय रिसाइक्लिंग प्लांट में भेजा जाएगा। बता दें कि विजय परेड के मार्ग पर भारी भीड़ के कारण 11 लोगों को मामूली चोटें आने या चक्कर आने के कारण अस्पताल भी भेजना पड़ा था।

    यह भी पढ़ें: मोदी सरकार और विपक्ष के बीच फिर होगा दिलचस्प मुकाबला, इन समितियों पर टिकी I.N.D.I.A की निगाहें