चुनाव रिजल्ट के बीच क्यों हो रही चन्द्रशेखर आजाद की तारीफ? इस सीट पर हो गया बड़ा खेला
अमरावती विधानसभा सीट पर आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के उम्मीदवार आलीम पटले मोहम्मद वहीद को हार का सामना करना पड़ा है। एनसीपी प्रत्याशी सुलभा खोडके ने बाजी मार ली। साल 2019 विधानसभा चुनाव में इस सीट पर सुलभा खोडके ने बाजी मारी थी। वहीं साल 2014 के विधानसभा चुनाव में अमरावती विधानसभा सीट से बीजेपी के डॉ सुनील देशमुख ने जीत हासिल की थी।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भले ही महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है, लेकिन चुनाव परिणाम सामने आने के बाद आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के नेता और प्रमुख चंद्रशेखर आजाद की भी चर्चा हो रही है। दरअसल, अमरावती विधानसभा सीट पर भी वोटों की गिनती चल रही है।
एक समय पर इस सीट पर आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के उम्मीदवार आलीम पटले मोहम्मद वहीद छह हजार वोटों से आगे चल रहे थे। हालांकि, वो चुनाव हार गए। एनसीपी प्रत्याशी सुलभा खोडके ने बाजी मार ली। उन्हें 6 हजार 87 वोट मिले, लेकिन आलीम पटले मोहम्मद वहीद ने उन्हें कड़ी टक्कर दी।
2019 में सुलभा खोडके ने जीता था चुनाव
साल 2019 विधानसभा चुनाव में इस सीट पर सुलभा खोडके ने बाजी मारी थी। वहीं, साल 2014 के विधानसभा चुनाव में अमरावती विधानसभा सीट से बीजेपी के डॉ सुनील देशमुख ने जीत हासिल की थी।
महाराष्ट्र में महायुति की चली आंधी
खबर लिखे जाने तक महायुति गठबंधन 224 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं, महाविकास अघाड़ी दल 54 सीटों पर आगे चल रही है। गौरतलब है कि इस बार महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनने पर भी संकट के बादल छा गए हैं। किसी भी विपक्षी पार्टी को 29 सीटें मिलते नहीं दिख रही है।
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