Move to Jagran APP

Shegaon Rally: अजीत पवार को राहुल गांधी की शेगांव रैली का नहीं मिला निमंत्रण, कहा-जिन्हें मिला है वो जाएं

Shegaon Rally राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजीत पवार ने कहा कि उन्हें शुक्रवार को महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के शेगांव में राहुल गांधी की रैली में शामिल होने के लिए कांग्रेस से कोई निमंत्रण नहीं मिला है।

By AgencyEdited By: Sachin Kumar MishraPublished: Tue, 15 Nov 2022 07:41 PM (IST)Updated: Tue, 15 Nov 2022 07:41 PM (IST)
अजीत पवार को राहुल गांधी की शेगांव रैली में शामिल होने का नहीं मिला निमंत्रण। फाइल फोटो

मुंबई, एजेंसी। Maharashtra Politics: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता अजीत पवार (Ajit Pawar) ने मंगलवार को कहा कि उन्हें शुक्रवार को महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के शेगांव में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की रैली में शामिल होने के लिए कांग्रेस (Congress) से कोई निमंत्रण नहीं मिला है।

loksabha election banner

तो एनसीपी के वरिष्ठ नेता जा सकते हैं रैली में

समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, इससे पहले कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने महाराष्ट्र के वाशिम में मीडिया को बताया कि 18 नवंबर को राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा के दौरान शेगांव में एक भव्य रैली आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी रैली में मुख्य अतिथि होंगे। महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि अगर हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को राहुल गांधी की शेगांव रैली में आमंत्रित किया गया है, तो वे इसके लिए जा सकते हैं। महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता अजीत पवार की राकांपा और शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट महाराष्ट्र में महा विकास आघाड़ी गठबंधन में कांग्रेस के सहयोगी हैं।

प्रियंका चतुर्वेदी ने भी यात्रा में भाग लेने की इच्छा जताई

इससे पहले कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि एनसीपी और उद्धव ठाकरे के गुट के नेता पहले से ही भारत जोड़ो यात्रा में भाग ले रहे हैं। नांदेड़ की रैली में एनसीपी नेताओं ने हिस्सा लिया, जबकि शिवसेना के आदित्य ठाकरे ने खुद यात्रा में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि शिवसेना की एक अन्य नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी यात्रा में भाग लेने की इच्छा जताई है। राहुल गांधी के नेतृत्व वाली यात्रा सात सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई। यह यात्रा वर्तमान में महाराष्ट्र में है और यह अगले साल कश्मीर में समाप्त होगी। कांग्रेस ने एक बयान में दावा किया था कि यह भारत के इतिहास में किसी भी भारतीय राजनेता द्वारा पैदल सबसे लंबा मार्च है।

यह भी पढ़ेंः जयराम रमेश बोले-भारत जोड़ो यात्रा का प्रभाव आगामी लोस चुनाव में महसूस होगा, विस चुनाव में नहीं


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.