Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Mumbai: 14 साल से फरार थी आरोपी महिला, पुलिस ने टैटू की मदद से दबोचा; छह महीने तक चला सर्च आपरेशन

    By Devshanker ChovdharyEdited By:
    Updated: Thu, 01 Dec 2022 06:14 PM (IST)

    मुंबई के आरएके मार्ग पुलिस ने एक महिला आरोपी को सिर्फ उसके टैटू की मदद से 14 साल बाद गिरफ्तार करने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। पुलिस के पास पहचान के तौर पर उसके हाथ पर टैटू ही था। इसके आधार पर पुलिस ने महिला को पकड़ लिया।

    Hero Image
    14 साल से फरार थी आरोपी महिला, पुलिस ने टैटू की मदद से दबोचा; छह महीने तक चला सर्च आपरेशन

    मुंबई, आनलाइन डेस्क। मुंबई के आरएके मार्ग पुलिस ने एक महिला आरोपी को सिर्फ उसके टैटू की मदद से 14 साल बाद गिरफ्तार करने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। पुलिस के पास आरोपी महिला की पहचान के तौर पर महिला का नाम और उसके हाथ पर टैटू ही था। इसके आधार पर पुलिस ने लगातार छह महीने तक फालोअप और जांच के बाद 14 साल से फरार महिला को पकड़ लिया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    2008 से फरार थी महिला

    बता दें कि वर्ष 2008 में सायन-कोलीवाडा में रहने वाली 24 वर्षीय मंजुला अंगमुत्तु देवेंद्र को सेवरी स्थित एयर-कंडीशन बिक्री कार्यालय में नौकरी मिली। नौकरी के अगले ही दिन उसने मालिक के हस्ताक्षर वाला एक खाली चेक चुरा लिया और लंच करने के बहाने आफिस से चली गई। आरएके मार्क के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला कार्यालय छोड़ने के तुरंत बाद, मंजुला अभ्युदय बैंक गई और वनिता नाम के चेक को भुनाया और 45,000 रुपए निकालने में सफल रही। इसके बाद वह भाग गई।

    महिला के ऊपर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज

    इस घटना के बाद, कार्यालय के मालिक ने महिला के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कराया। मामला दर्ज करने के बाद पुलिस ने मंजुला को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया और उसने अपराध कबूल कर लिया। बाद में, उसे अदालत से जमानत मिल गई, लेकिन उसने सुनवाई के दौरान अदालत जाना बंद कर दी। इसके बाद, अदालत ने महिला को 'फरार' घोषित कर दिया। महिला का पता लगाने के लिए पुलिस ने एक टीम गठित की।

    महिला की सभी बातें निकली झूठ

    बता दें कि महिला ने इस अपराध के पीछे बताया कि उसके पिताजी बीमार हैं, लेकिन पुलिस की छानबीन में ये बात झूठ निकली। पुलिस ने महिला के आवास का पता लगाया, जो ध्वस्त हो चुका था। इसके बात महिला द्वारा बताई गई कुछ अन्य जानकारियां भी झूठी निकलीं। पुलिस के पास रिकार्ड में महिला की पहचान के लिए सिर्फ इतना था कि महिला के दाहिने हाथ पर 'ओम' का टैटू है। यहां तक कि पुलिस के पास महिला की तस्वीर तक नहीं थी।

    पुलिस ने टैटू की मदद से दबोचा

    पुलिस जब छानबीन की सभी प्रक्रिया से थक गई और महिला के बारे में कोई सुराग नहीं मिला, तो पुलिस ने जांच का तरीका बदला। पुलिस अधिकारी एपीआई लम्खाडे ने कहा, 'हमने जांच का तरीका बदल दिया, हमने उसकी मां की तलाश शुरू कर दी। सर्च आपरेशन के दौरान हमें उनकी मां के रिश्तेदारों का नंबर मिला।' पुलिस ने बताया कि हमने अपनी पहचान छुपाकर डाक कर्मचारी के रूप में महिला के करीबी रिश्तेदारों से संपर्क किया और बताया कि उसके लिए एक पार्सल है। इसके बाद पुलिस ने पार्सल लेने के लिए महिला को क्राफर्ड मार्केट के पास बुलाया और बुधवार दोपहर को उसे पकड़ लिया।

    महिला ने बदल ली थी नाम और पता

    पुलिस ने बताया कि आरोपी बहुत तेज थी और उसने अपना नाम बदल लिया, पता नया आधार कार्ड बना लिया। लेकिन, जब वह पार्सल लेने आई तो उसके टैटू ने हमें उसकी पहचान करने में मदद की। उन्होंने कहा कि अब महिला ने अपना नाम और पता दोनों बदल लिया है। जानकारी के मुताबिक, महिला ने शादी के वक्त अपराध की बाद अपने पति को बताई और पति ने पहचान बदलने में उसकी मदद की। आरएके मार्ग के वरिष्ठ निरीक्षक कुमुद कदम ने कहा महिला को उसके टैटू ने पकड़वा दिया। बता दें कि आरोपी महिला को आज अदालत में पेश किया गया, जहां उसकी जमानत खारिज कर दी गई और उसे 7 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

    ये भी पढ़ें: Fact Check: इंदौर की सभा में राहुल ने जानबूझकर किया था माइक ऑफ, दु्ष्प्रचार की मंशा से वायरल हो रहा एडिटेड वीडियो क्लिप

    ये भी पढ़ें: विदेशियों ने सालभर में 1.75 लाख करोड़ निकाले, तो म्यूचुअल फंड्स ने 1.93 लाख करोड़ निवेश कर मजबूती दी