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    ठाणे में 17 साल की लड़की के साथ घिनौनी हरकत, बलात्कार के बाद कराया गर्भपात; आरोपी की पत्नी और मां भी शामिल

    महाराष्ट्र के ठाणे में 17 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार और फिर उसका गर्भपात कराने के आरोप में एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी ने पीड़िता को रात में खाना खाने के लिए अपने घर पर बुलाया था जिसके बाद उसने घिनौना काम किया। जब लड़की गर्भवती हुई तो निजी चिकित्सक से दवाई लेकर दे दिया। निजी चिकित्सक भी गिरफ्तार किया गया है।

    By Jagran News Edited By: Prince Gourh Updated: Sun, 02 Mar 2025 11:35 AM (IST)
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    ठाणे में 17 वर्षीय लड़की का बलात्कार और कराया गर्भपात (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    पीटीआई, ठाणे। पुलिस ने महाराष्ट्र के ठाणे जिले में 17 वर्षीय लड़की के साथ कथित तौर पर बलात्कार करने और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उसे गर्भपात कराने के लिए मजबूर करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।

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    पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले की आगे की जांच के लिए उल्हासनगर के एक श्मशान में दफनाए गए मृत भ्रूण को कब्र से बाहर निकाला गया है। उन्होंने बताया कि नाबालिग की गर्भावस्था को समाप्त करने के लिए दवाएं मुहैया कराने वाले डॉक्टर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

    खाना खाने के बहाने आरोपी ने पीड़िता को बुलाया था घर

    बता दें, पीड़िता और 29 वर्षीय आरोपी व्यक्ति यहां उल्हासनगर टाउनशिप के एक इलाके में पड़ोसी थे। उल्हासनगर सेंट्रल पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक शंकर अवताडे ने कहा कि पिछले साल जुलाई में आरोपी ने रात के खाने के बहाने पीड़ित को अपने घर बुलाया, जबकि उसकी पत्नी, बच्चे और माता-पिता अपने पैतृक गांव गए थे।

    अधिकारी ने बताया कि व्यक्ति ने कथित तौर पर नाबालिग के साथ कई बार बलात्कार किया और इसके बारे में किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने बताया कि पीड़िता को बाद में पता चला कि वह गर्भवती है और जब उसने आरोपी को इसके बारे में बताया तो उसने उसे एक निजी चिकित्सक द्वारा दी गई गर्भपात की गोलियां दीं।

    आरोपी के परिवार वालों ने गर्भपात की रची साजिश

    अधिकारी ने कहा कि जब गर्भपात का प्रयास विफल हो गया, तो आरोपी की पत्नी, मां और सास ने कथित तौर पर पीड़िता जो सात महीने की गर्भवती थी उसे पिछले महीने गर्भपात के लिए मजबूर करने की साजिश रची।

    कुछ दिनों बाद पीड़िता को अस्पताल ले जाया गया। आरोपी ने पीड़िता की गलत पहचान और उम्र की जानकारी दी और डॉक्टरों ने गर्भपात की सलाह दी। अधिकारी ने कहा कि कल्याण के एक नागरिक अस्पताल में पीड़िता का गर्भपात कराया गया।

    उन्होंने बताया कि इसके बाद आरोपी की पत्नी और मां ने जल्दबाजी में भ्रूण को उल्हासनगर के एक श्मशान में दफना दिया। यह अपराध 23 फरवरी को तब सामने आया जब पीड़िता ने अपने गांव से लौटने के बाद अपनी मां को इसकी जानकारी दी। इसके बाद पीड़ित परिवार ने उल्हासनगर सेंट्रल पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।

    आरोपी व्यक्ति और निजी चिकित्सक हुए गिरफ्तार

    पुलिस ने 25 फरवरी को आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारी ने कहा कि शनिवार की रात, उन्होंने उस निजी चिकित्सक को भी गिरफ्तार कर लिया, जिसने कथित तौर पर शुरुआत में गर्भपात की गोलियां प्रदान की थीं। उन्होंने कहा कि चार अन्य आरोपी जिसमें सभी महिलाएं हैं वो अभी तक पकड़े नहीं गए हैं।

    अधिकारी ने कहा कि आरोपियों पर बलात्कार, जबरन गर्भपात, सबूत छिपाने और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम के प्रावधानों के तहत भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।

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