Mahakal Temple Fire: आग हादसे से मंदिर प्रसाशन सख्त, गर्भगृह-नंदी हॉल में अनाधिकृत एंट्री बैन; बंद होंगे VIP दर्शन
उज्जैन के महाकाल मंदिर में होली के दिन हुए हादसे के बाद मंदिर प्रशासन सख्त फैसला लेने जा रहा है। हादसे को देखते हुए मंगलवार को मंदिर प्रसाशन ने व्यवस्था में बदबाव किया जिसके तहत गर्भगृह और नंदी हॉल में अनाधिकृत लोगों और सोलाधारियों की एंट्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी। मंदिर समिति ने होली की घटना के बाद व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन करने का प्लान किया है।
जागरण संवाददाता, उज्जैन। उज्जैन के महाकाल मंदिर में होली के दिन हुए हादसे के बाद मंदिर प्रशासन सख्त फैसला लेने जा रहा है। हादसे को देखते हुए मंगलवार को मंदिर प्रसाशन ने व्यवस्था में बदबाव किया, जिसके तहत गर्भगृह और नंदी हॉल में अनाधिकृत लोगों और सोलाधारियों की एंट्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी।
मंदिर समिति ने होली की घटना के बाद व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन करने का प्लान तैयार कर लिया है। नई व्यवस्था में समिति भस्म आरती और वीआईपी दर्शन में कोटा सिस्टम को खत्म करेगी।
होली पर हुए अग्निकांड की पड़ताल में कमियां सामने आई
दरअसल, होली पर मंदिर गर्भगृह में हुए अग्निकांड की पड़ताल में जो प्रारंभिक कमियां सामने आई हैं, उसमें मंदिर समिति द्वारा तय किए गए निर्धारित नियमों का पालन नहीं करना, गर्भगृह में निर्धारित संख्या से अधिक लोगों की मौजूदगी और नंदी हॉल में अत्यधिक रंगों का इस्तेमाल करना सामने आया है।
आग लगने की पड़ताल करेगी मंदिर समिति
मंदिर समिति अब इस बात की भी जांच करेगी कि आग लगने के पीछे केमिकल युक्त रंग, गुलाल से लगी या कोई दूसरी वजह है। यह गुलाल बाहर से भीतर फेंका गया अथवा गर्भगृह में खड़े पुजारियों में से ही किसी ने हानिकारक गुलाल का इस्तेमाल किया है।
पुजारी गर्भगृह व नंदी हॉल में मौजूद रहेंगे
हालांकि, इस सब पर गहन पड़ताल चल रही है। सख्त कदम उठा रहे मंदिर प्रशासन ने मंगलवार से गर्भगृह व नंदी हॉल में अनाधिकृत लोग व सोलाधारियों का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है। अब वही पुजारी गर्भगृह व नंदी हॉल में मौजूद रहेंगे, जिनकी बैठक चल रही है। अन्य कोई पुजारी, पुरोहित, प्रतिनिधि तथा कर्मचारी प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर सकेगा।
सुप्रीम कोर्ट ने जारी कर रखी हैं गाइडलाइंस
सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित एक्सपर्ट कमेटी ने महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का क्षरण रोकने के लिए भगवान को सिमित मात्रा में जल, पंचामृत, अबीर,गुलाल, कुमकुम आदि पूजन सामग्री तथा कम मात्रा में फूल तथा भगवान को छोटी-छोटी फूल माला अर्पित करने का सुझाव दिया है। वहीं, एक्सर्पट कमेटी ने गर्भगृह का तापमान नियंत्रित रखने के लिए एक साथ कम संख्या में लोगों के गर्भगृह में मौजूद रहने का सुझाव दिया है।
होली पर लगी आग में 14 पुजारी-सेवक झुलसे
एक्सपर्ट कमेटी ने भगवान महाकाल का आरओ जल से अभिषेक करने तथा कैमिकल रहित पूजन सामग्री अर्पित करने का सुझाव दिया है। होली पर लगी आग में 14 पुजारी, पुरोहित व इनके सेवक झुलसे हैं।
जल्द बदलेगी पूरी व्यवस्था- संदीप कुमार
महाकालेश्वर मंदिर के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने कहा, "होली पर हुए हादसे के बाद गर्भगृह व नंदी हाल में अनाधिकृत लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। व्यवस्था में बदलाव का प्लान तैयार किया जा रहा है। जल्द ही नई व्यवस्था लागू होगी। एक्सपर्ट कमेटी के सुझावों का पूर्ण रूप से पालन कराने के लिए जिम्मेदारी तय की जाएगी।"
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