सावधान! भस्म आरती में शामिल कराने के नाम पर हो रही बड़ी ठगी, जानें कैसे करें दर्शन और कितना है शुल्क
उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती में शामिल कराने को लेकर धोखाधड़ी का बड़ा खेल चल रहा है। देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं को भस्म आरती दर्शन कराने के नाम पर ठ हजारों का चुना लगा रहे हैं। मंदिर समिति के मुताबिक प्रतिदिन 1700 श्रद्धालुओं को भस्म आरती में प्रवेश की अनुमति होती है। ठगी के मामले में अभी तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया।

जेएनएन, उज्जैन। उज्जैन के प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में होने वाली भस्म आरती में शामिल होने के लिए हर रोज हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। लेकिन भस्म आरती के नाम पर लगातार ठगी के मामले भी काफी ज्यादा सामने आ रहे हैं।
ठगी के मामले को लेकर पिछले दिनों दो लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई थी। महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती के नाम पर हो रही धोखाधड़ी को रोकने के लिए मंदिर समिति ने जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया है।
शिवभक्तों को ठगी से बचने के लिए लगातार होगा एनाउंसमेंट
- जागरूकता अभियान के तहत मंदिर परिसर में सूचना बोर्ड की संख्या बढ़ाई जाएगी।
- मंदिर के कंट्रोल रूम से लगातार एनाउंसमेंट किया जाएगा और बताया जाएगा कि भस्म आरती में शामिल होने के लिए अनुमति कैसे मिलती है और कितना शुल्क है।
- भस्म आरती में श्रद्धालुओं के प्रवेश की अनुमति की संख्या तय होती है।
- महाकालेश्वर मंदिर में सुबह चार बजे मंगला आरती होती है और इस दौरान भगवान को भस्म से स्नान कराया जाता है। इसे भस्म आरती कहते हैं।
भस्म आरती में शामिल कराने के नाम पर हो रहा अवैध काम
- भस्म आरती में शामिल होने के नाम पर श्रद्धालुओं से हजारों रुपये ले रहे हैं दलाल।
- बेंगलुरु के दो श्रद्धालुओं से सात हजार रुपये की हुई ठगी।
- चार महीने में ठगी के एक दर्जन मामले आए हैं सामने, जिसमें बिचौलियों ने दर्शन अनुमति के नाम पर लोगों से लिए हैं पैसे।
- ठगी करने वालों में मंदिर समिति के कर्मचारी, सुरक्षा गार्ड, समिति सदस्य, पुजारी, पुरोहित की संलिप्तता आ चुकी है सामने।
- ठगी के मामले को लेकर अब तक 10 लोगों को किया जा चुका है गिरफ्तार।
- कितने लोगों को मिलती है अनुमति और कितना है शुल्क?
- महाकाल की भस्म आरती दर्शन के लिए मंदिर समिति प्रतिदिन 1700 भक्तों को अनुमति जारी करती है।
- मंदिर की वेबसाइट के माध्यम से 400 भक्त, 500 अनुमति प्रोटोकॉल के तहत वीआईपी भक्त, 400 सीट पुजारी, पुरोहित के यजमानों के लिए आरक्षित है और सामान्य दर्शनार्थियों के लिए 400 सीटों का कोटा है।
- भस्म आरती दर्शन के लिए प्रति व्यक्ति 200 रुपये का शुल्क ऑनलाइन जमा कराना होता है।
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