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    छिंदवाड़ा में 200 फीट गहरी खाई में गिरा ट्रक, 30 घंटे तक दबा रहा चालक, GPS की वजह से बची जिंदगी

    Updated: Thu, 18 Dec 2025 03:29 PM (IST)

    छिंदवाड़ा जिले की सिल्लेवानी घाटी में मक्के से भरा ट्रक 200 फीट गहरी खाई में गिरने से एक बड़ा हादसा हुआ। ट्रक चालक लगभग 30 घंटे तक मलबे में फंसा रहा। ...और पढ़ें

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    खाई में गिरा ट्रक, चालक को बाहर निकालने का प्रयास करते बचावकर्मी।

    डिजिटल डेस्क, जबलपुर। मौत को मात देने वाली रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना छिंदवाड़ा जिले की सिल्लेवानी घाटी में सामने आई है। यहां मक्के से भरा एक ट्रक अनियंत्रित होकर करीब 200 फीट गहरी खाई में जा गिरा। हादसे के बाद ट्रक चालक लगभग 30 घंटे तक ट्रक के मलबे के नीचे फंसा रहा, लेकिन समय पर GPS सिस्टम की मदद से उसकी लोकेशन मिलने के बाद रेस्क्यू कर उसे सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।

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    लापता ट्रक से शुरू हुई तलाश

    जानकारी के अनुसार ट्रक ग्राम चांद से औद्योगिक क्षेत्र बोरगांव के लिए रवाना हुआ था। करीब 130 किलोमीटर के सफर के दौरान सिल्लेवानी घाटी में यह भीषण हादसा हो गया। जब तीन दिन बाद भी ट्रक बोरगांव नहीं पहुंचा और चालक का मोबाइल फोन बंद मिला, तो ट्रक मालिक रवि बघेल की चिंता बढ़ गई।

    काफी तलाश के बाद जब ट्रक का कोई सुराग नहीं मिला, तो मालिक ने GPS सिस्टम की मदद ली। लोकेशन ट्रेस करने पर पता चला कि ट्रक सिल्लेवानी घाटी के एक मोड़ पर काफी देर से स्थिर है। मौके पर पहुंचने पर सामने आया कि ट्रक खाई में गिर चुका है।

    30 घंटे तक जिंदगी और मौत के बीच जंग

    खाई में उतरकर देखा गया तो चालक का पैर ट्रक के नीचे बुरी तरह फंसा हुआ था। वह दर्द और भय के बीच करीब 30 घंटे तक उसी हालत में पड़ा रहा। सूचना मिलते ही पुलिस और राहत एवं बचाव दल मौके पर पहुंचा।

    कड़ी मशक्कत के बाद चालक को सुरक्षित बाहर निकाला गया। इसके बाद तीन से अधिक क्रेनों की मदद से कई घंटे चले अभियान में मक्के से भरे ट्रक को भी खाई से बाहर निकाला गया।

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    उमरानाला चौकी प्रभारी पारसनाथ आर्मो ने बताया कि चालक के पैर में चोट आई है। वह सुरक्षित है और उसका जीवित रहना किसी चमत्कार से कम नहीं है। फिलहाल पुलिस यह जांच कर रही है कि हादसा किन कारणों से हुआ।

    इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वाहनों में GPS सिस्टम न सिर्फ ट्रैकिंग के लिए, बल्कि आपात स्थिति में जान बचाने का भी अहम साधन बन सकता है।