‘ऑनलाइन बेटिंग एप नशे की तरह हैं’, लिखकर आईआईटी इंदौर के छात्र ने लगा ली फांसी
आईआईटी इंदौर के छात्र रोहित सिंह कैथवाथ ने छात्रावास के कमरे में फांसी लगा ली। छात्र ने वाट्सएप पर स्टेटस बनाया कि ऑनलाइन बेटिंग एप नशे की तरह हैं। वह ...और पढ़ें

जेएनएन, महू (इंदौर)। सिमरोल क्षेत्र में स्थित आइआइटी इंदौर के छात्र रोहित सिंह कैथवाथ ने छात्रावास के कमरे में फांसी लगा ली। दोस्त खाना खाकर लौटे तो सभी को सूचना दी। छात्र ने वाट्सएप पर स्टेटस बनाया कि ऑनलाइन बेटिंग एप नशे की तरह हैं। वह इसमें फंस गया है, इसलिए वह आत्महत्या कर रहा है।
आईआईटी में बीटेक फर्स्ट ईयर में था
सिमरोल थाना पुलिस ने शनिवार को शव का पोस्टमार्टम कराया। साथ ही परिवार को भी सूचना दी। पुलिस के अनुसार 17 वर्षीय रोहित मूल रूप से तेलंगाना के नलगोंडा जिले का निवासी था। वह आईआईटी में बीटेक फर्स्ट ईयर में था और कैंपस के विक्रम साराभाई छात्रावास में रहता था।
शुक्रवार रात रोहित कमरे में था। करीब 8.30 बजे उसके दोस्त आए और उसे खाने के लिए डाइनिंग हाल चलने का बोला, पर रोहित ने मना कर दिया। जब दोस्त खाना खाकर लौटे तो देखा कि रोहित फांसी के फंदे पर लटका हुआ था। छात्रों ने इसकी जानकारी छात्रावास वार्डन को दी। पुलिस भी पहुंची और शव को उतारा व पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया। शनिवार को पोस्टमार्टम कराया गया।
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भविष्य में फिर यही करूंगा
पुलिस ने रोहित के कमरे में सुसाइड नोट ढूंढा, पर नहीं मिला। इसके बाद जब फोन चेक किया तो वाट्सएप पर स्टेटस मिला। इसमें उसने अंग्रेजी में लिखा था कि मेरी आत्महत्या का कारण आनलाइन बेटिंग गेम है। मैं इसमें समर्पित हो चुका हूं। यदि माता-पिता मुझे माफ भी करते तो मैं भविष्य में फिर वही करूंगा क्योंकि यह नशे की तरह है। इसलिए अगले जीवन में देखेंगे। मेरे सभी प्रियजन को अलविदा।
पढ़ने में अच्छा था, पर फोन में गेम खेलता रहता था
दोस्तों ने बताया कि वह पढ़ने में अच्छा था। ज्यादातर समय कमरे में अकेले रहता था और मोबाइल पर ही लगा रहता था। वह गेम खेलते हुए नजर आता था। दोस्तों ने भी ऑनलाइन बेटिंग एप में लगे होने की बात कही है। साथ ही लाखों रुपये हारने की भी बात कही।
एडिशनल एसपी रूपेश द्विवेदी ने बताया कि रोहित के मोबाइल में स्टेटस डाला था कि वह आनलाइन बेटिंग गेम में लग चुका था। अब हम उसके फोन की जांच कर रहे हैं कि वह कितने समय से इस तरह के गेम खेल रहा था। आशंका है कि वह इसमें रुपये हार गया हो, इसलिए मोबाइल एप की भी जांच की जाएगी। साथ ही रुपयों के लेन-देन के लिए बैंक अकाउंट को जांचा जाएगा। यदि लेन-देन के विषय को लेकर या कोई रुपयों के लिए बार-बार परेशान कर रहा हो तो इसकी भी जांच करेंगे।

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