जिस चीज का तुम्हें खौफ, उसका मुझे शौक... खंजर के साथ शेयर की फोटो; जेल में रील बनाने वाला युवक गिरफ्तार
Dewas News सोशल मीडिया में फॉलोविंग बढ़ाने के चक्कर में लोग सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में किशोर द्वारा फोटो डालने पर पुलिस को एक्शन लेना पड़ा और किशोर को समझाया गया। वहीं एक अन्य मामले में युवक को जेल में रील बनाना भारी पड़ गया जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया है। पढ़ें क्या है पूरा मामला।

जेएनएन, देवास। देवास के बागली में स्थित उपजेल में बंदी मुलाकात कक्ष का वीडियो बनवाकर रील के रूप में इंटरनेट मीडिया में पोस्ट करने के मामले में बागली पुलिस ने आरोपित साहिल निवासी जोशी कालोनी थाना उदयनगर को गिरफ्तार किया।
उसके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करते हुए न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। इसमें उसका एक और साथी भी शामिल है, जिसकी तलाश की जा रही है। उप जेल की गोपनीयता भंग करने वाली रील बहुप्रसारित होने की घटना पुलिस को बुधवार को पता चली थी, इसके बाद आरोपित की तलाश शुरू की गई।
कुछ दिन पहले ही आया था जेल से बाहर
वीडियो के आधार पर पुलिस ने साहिल की पहचान की और फिर उसे गिरफ्तार किया। गुरुवार को उसे जेल पहुंचाया गया। बागली थाना प्रभारी मनीषा दांगी के अनुसार आरोपित पर दुष्कर्म का केस पूर्व में दर्ज हुआ था। कुछ दिनों पहले ही वो जेल से बाहर निकला था। कुछ दिन पहले जब वो उपजेल में अपने एक साथी से मुलाकात करने गया था, तब अपने एक साथी से वीडियो बनवा लिया था।
धारदार हथियार लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट की फोटो
इंटरनेट मीडिया का उपयोग आपराधिक गतिविधियों करने व हथियारों के प्रदर्शन वालों पर पुलिस विभाग की नजर है। एक किशोर ने धारदार हथियार लेकर फोटो खिंचवाया और जिस चीज का तुम्हें सबसे ज्यादा खौफ है, मुझे उसी चीज का शौक है... लिखकर पोस्ट किया। इसकी जानकारी मिलने पर पुलिस सक्रिय हुई और किशोर को पकड़ लिया गया, बाद में उसे समझाइश देकर छोड़ दिया गया।
सायबर सेल की मदद से की गई किशोर की पहचान
मामला देवास के थाना बरोठा क्षेत्र का है। किशोर द्वारा धारदार हथियार के साथ फोटो अपलोड करने पर जानकारी मिलते ही सायबर सेल देवास के माध्यम से किशोर की पहचान की गई। उसे पुलिस थाने बुलाकर पोस्ट को डिलीट करवाया गया एवं सख्त हिदायत दी गई कि कि भविष्य में इस तरह के आपत्तिजनक पोस्ट न करे। इस प्रकार की गतिविधियां समाज में गलत संदेश फैलाती हैं। समझाइश देकर किशोर को स्वजनों के सुपुर्द किया गया, स्वजनों को भी समझाया गया और किशोर की इस तरह की गतिविधियों पर ध्यान रखने के लिए कहा गया।
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