Video: पति की करंट लगने से हुई थी मौत, उम्रकैद की सजा काट रही पत्नी ने अदालत में दी ऐसी दलील; जज भी रह गए दंग
मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में हत्या के एक मामले की सुनवाई के दौरान अजीब स्थिति उत्पन्न हो गई। केमिस्ट्री प्रोफेसर ममता पाठक पर अपने डॉक्टर पति की इलेक्ट्रिक शॉक देकर हत्या करने का आरोप है। सुनवाई के दौरान ममता ने बचाव में कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में थर्मल और इलेक्ट्रिक बर्न में अंतर करना मुश्किल है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में एक सुनवाई के दौरान एक ऐसा वाकया घटा, जिसकी सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है।
जस्टिस विवेक अग्रवाल और जस्टिस देवनारायण मिश्रा की पीठ के सामने चल रहे एक हत्या के मामले की सुनवाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। दरअसल, मामला केमिस्ट्री प्रोफेसर पर अपने डॉक्टर पति की इलेक्ट्रिक शॉक देकर हत्या करने का है।
महिला की सफाई में क्या दी दलील?
कोर्ट में सुनवाई के दौरान जब आरोपी महिला से सवाल पूछा गया कि आप पर अपने पति पर इलेक्ट्रिक करंट से हत्या का आरोप है। इस पर महिला ने जो जवाब दिया, उसे सुनकर जज साहब भी हैरान रह गए।
आरोपी महिला प्रोफेसर ममता पाठक ने बचाव में कोर्ट से कहा," सर, पोस्टमार्टम रूप में थर्मल बने और इलेक्ट्रिक बर्न में अंतर कर पाना संभव नहीं है। जब करेंट शरीर से गुजरता है, तो मेडिकल मेटल के कण टिशू में जम जाते हैं। लैब में उसे एचसीएल या नाइट्रिक एसिड में घोलकर टेस्ट किया जा सकता है। इसके बाद ही असली बर्न की असली पहचान संभव है।
महिला ने आगे कहा कि पोस्टमार्टम रूम में यह व्यवस्था ही नहीं होती कि थर्मल बर्न मार्क और इलेक्ट्रिक बर्न मार्क में अंतर पता चल सके! महिला प्रोफेसर के इस दलील से जज साहब बिल्कुल खामोश हो गए।
जज - आप पर आरोप है कि आपने अपने पति को इलेक्ट्रिक करेंट लगाकर मार डाला!
— Vishal JyotiDev Agarwal 🇮🇳 (@JyotiDevSpeaks) May 28, 2025
आरोपित महिला - पोस्टमार्टम रूम में यह व्यवस्था ही नहीं होती कि थर्मल बर्न मार्क और इलेक्ट्रिक बर्न मार्क में अंतर पता चल सके!
(आरोपित महिला केमिस्ट्री की प्रोफेसर हैं) pic.twitter.com/KtpKl394dm
क्या है मामला?
अब आइए जरा महिला प्रोफेसर की मौत का मामला भी समझ लें। दरअसल, साल 2021 में ग्वालियर में रिटायर डॉक्टर नीरज पाठक की रहस्यमयी तरीके से मौत हो गई थी। शुरुआत में पत्नी ममता ने कहा कि वो अपने बेटे के साथ झांसी गई थी और लौटने के बाद पति मृत पाए गए।
हालांकि. जब जांच शुरू हुई तो कहानी में कई परतें खुलीं। पुलिस ने आरोप लगाया कि एक कॉलेज में केमिस्ट्री की प्रोफेसर ममता पाठक ने अपने पति को पहली नींद को गोली दी और फिर इलेक्ट्रिक शॉक देकर मौत के घाट उतार दिया।
डॉक्टर नीरज की एक ऑडियो क्लिप भी पुलिस के हाथ लगी, जिसमें वो शिकायत कर रहे हैं कि उनकी पत्नी उन्हें प्रताड़ित करते हैं।
महिला को सुनाई गई थी उम्रकैद की सजा
साल 2022 में सेशन कोर्ट ने ममता को हत्या का दोषी मानते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी। हालांकि, उसने हाईकोर्ट में अपील की और उसे जमानत मिली। 29 अप्रैल को जब हाईकोर्ट में सुनवाई हुई तो ममता ने केमिस्ट्री का ज्ञान देकर कोर्ट को ही उलझा दिया।
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