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    Vidisha: खेलते समय 50 फीट गहरे बोरवेल में गिरा 8 साल का बच्चा, CM शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों से पूछा हाल

    By Jagran NewsEdited By: Piyush Kumar
    Updated: Wed, 15 Mar 2023 06:30 AM (IST)

    MP News मध्य प्रदेश राज्य के विदिशा जिले की लटेरी तहसील के ग्राम आनंदपुर के पास स्थित खेरखेड़ी पठार के एक खेत में खुले पड़े बोरवेल में मंगलवार को एक आठ वर्षीय मासूम गिर गया। यह बोरवेल करीब 50 फीट गहरा बताया जा रहा है।

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    खेरखेड़ी पठार में 60 फीट गहरे खुले बोरवेल में गिरे लोकेश अहिरवार का चलाया जा रहा रेस्क्यू ऑपरेशन।

    विदिशा, जेएनएन। मध्यप्रदेश के जिले की लटेरी तहसील के गांव खेरखेड़ी पठार में 60 फीट गहरे खुले बोरवेल में गिरे लोकेश अहिरवार को सुरक्षित बचाने के लिए लगातार नौ घंटों से रेस्क्यू आपरेशन चल रहा है। बोरवेल में 43 फीट पर लोकेश फंसा हुआ है इसलिए बोरवेल के समानांतर 48 तक गहरा गड्ढा खोदा जा रहा है।

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    इसके बाद चार फीट सुरंग बनाकर बच्चे को निकालने के कोशिश की जारी है, लेकिन 30 फीट की खोदाई के बाद कड़े पत्थर आ जाने से खोदाई में बाधा आ गई है और खोदाई का कार्य धीमा हो गया है। बच्चे के स्वजन और ग्रामीण मौके पर ही है। वहीं, कलेक्टर उमाशंकर भार्गव भी मौके पर ही है।

    पत्थरों को तोड़ने के लिए दो मशीन भी लगाई गई: डीएम

    कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने इस मामले पर जानकारी दी कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 32 सदस्यीय टीम इस रेस्क्यू आपरेशन में जुटी है। छह बुलडोजर और तीन पोकलेन मशीन से खोदाई जारी है। उन्होंने बताया कि 30 फीट तक खोदाई आसानी से हो गई लेकिन इसके बाद जमीन में कड़ा पत्थर निकलने से खोदाई में दिक्कत आने लगी। पत्थरों को तोड़ने के लिए दो मशीन भी लगाई गई है।

    भार्गव के मुताबिक बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए 48 फीट गहरा गड्ढा खोदा जा रहा है। इस गड्ढे को फिर बोरवेल से करीब चार फीट देर तक खोदा जाएगा। इसके बाद बोरवेल और गड्ढे के बीच मशीन से सुरंग बनाकर बच्चे को निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक रेस्क्यू आपरेशन चलेगा तब तक वे मौके पर ही रहेंगे।

    हाथ और गर्दन में दिख रही है हलचल

    कलेक्टर भार्गव ने बताया कि बोरवेल में नाइट वाचिंग कैमरे की मदद से बच्चे की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। रात तक उसके हाथ और गर्दन में हलचल दिख रही थी। बोरवेल के बीच में फंसा होने के कारण पैरो में हलचल नहीं है। उन्होंने बताया कि पाइप के माध्यम से आक्सीजन पहुंचाई जा रही है लेकिन बच्चे को भोजन या तरल पदार्थ पहुंचाना मुश्किल हो रहा है।

    कमिश्नर- आइजी ने भी लिया जायजा

    कमिश्नर माल सिंह भयडिया और आइजी इरशाद वली भी रात आठ बजे घटनास्थल पहुंचे। यहां उन्होंने बचाव कार्य का जायजा लेते हुए आवश्यक निर्देश दिए। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद क्षेत्र के विधायक उमाकांत शर्मा भी घटनास्थल पहुंचे और उन्होंने लोकेश के माता पिता और स्वजनों से मुलाकात की। उन्होंने स्वजनों को ढाढस बंधाते हुए कहा कि लोकेश को बाहर निकालने के पूरे प्रयास किए जाएंगे। इसके पहले दोपहर को उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो डालकर लोकेश को सुरक्षित बचाने के लिए क्षेत्र के लोगों से प्रार्थना करने का आग्रह किया।

    खेत में बोरवेल के किनारे बैठे माता - पिता, भगवान से बच्चे को बचाने की गुहार लोकेश के बोरवेल में गिरने के बाद से उसके पिता दिनेश, मां सीमा बाई के अलावा दादा, दादी भी बोरवेल के किनारे बैठकर ही बच्चे की सलामती के लिए भगवान से प्रार्थना कर रहे है। मां सीमा का रोते रोते गला बैठ चुका है।

    कमलनाथ ने सरकार पर उठाया सवाल

    इस घटना पर दुख जताते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने भी सरकार और प्रशासन की ढिलाई पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि हमने प्रशासन से पहले भी मांग की थी कि प्रदेश भर में खुले पड़े बोरवेल के विषय में कतई लापरवाही न बरती जाए और किसानों को जागरूक किया जाए परंतु शासन और प्रशासन इन घटनाओं से सबक लेने को तैयार नहीं है।उन्होंने इस घटना को गभीरता से लेते हुए स्थाई निराकरण का आग्रह किया है

    सीएम भी ले रहे अधिकारियों से जायजा

    बता दें कि बोरवेल में फंसे बालक की सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चाहौन भी चिंतित हैं और स्‍थानीय अधिकारियों से पल-पल का अपडेट ले रहे हैं। उन्‍होंने स्‍थानीय अधिकारियों को बच्‍चे के रेस्‍क्यू के लिए सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। दो पोकलेन और सात जेसीबी की मदद से सुरंग बनाई जा रही है। अभी 10 फीट तक खोदाई हो गई है। प्रशासन को 50 फीट तक खोदाई करना है।