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    झूठे केस में फंसाने की दी धमकी, डिजिटल अरेस्ट रखा; परेशान शिक्षिका ने की खुदकुशी

    Updated: Mon, 06 Jan 2025 11:54 PM (IST)

    Digital Arrest मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले में डिजिटल अरेस्ट से परेशान शिक्षिका ने खुदकुशी कर ली। मृतक शिक्षिका की पहचान रेशमा पांडेय के तौर पर हुई है। शिक्षिका के पास एक दिन पहले ठगों ने फोन किया था। कॉल करने वाले बदमाशों ने उनको फर्जी केस में फंसाने की धमकी दी। इसके बाद उनको डिजिटल अरेस्ट भी रखा गया।

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    Digital Arrest: मऊगंज में शिक्षिका ने की आत्महत्या। (सांकेतिक फोटो)

    जेएनएन, मऊगंज/ग्वालियर। जागरण टीम, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले में डिजिटल अरेस्ट का शिकार होकर साइबर ठगों के चंगुल में फंसी शिक्षिका ने तंग आकर जान दे दी। धोखाधड़ी में कार्रवाई की धमकी देते हुए स्वयं को पुलिस अधिकारी बताने वाले ठग उनसे 50 हजार रुपये मांग रहा था। शिक्षिका ने 22 हजार रुपये ऑनलाइन भेज भी दिए थे। इसके बाद भी ठग लगातार बाकी 28 हजार रुपये भेजने का दबाव बना रहा था।

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    अस्पताल में हुई मौत

    तनाव में आई शिक्षिका ने जहरीला पदार्थ खा लिया, अस्पताल में उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। वार्ड संख्या-12 निवासी रेशमा पांडे पन्नी स्थित शासकीय हाई स्कूल में अतिथि शिक्षिका थीं। मऊगंज की पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर के मुताबिक, स्वजन ने शिकायत दर्ज कराई है कि करीब एक सप्ताह पहले रेशमा के व्हाट्सएप पर अनजान नंबर से कॉल आई थी। कॉल करने वाले ने स्वयं को पुलिस का बड़ा अधिकारी बताया और डराया कि आपको जालसाजी के मामले में जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

    मौत के बाद भी आती रही कॉल

    इसके बाद साइबर ठगी के इस गिरोह से जुड़े दूसरे ठगों की भी लगातार कॉल आने लगी। वे पुलिस और सेना की वर्दी पहने नजर आते थे। महिला के पति रिश्तेदारी में गए थे। वह दो बच्चों के साथ घर पर थीं। पति को भी पत्नी के डिजिटल अरेस्ट होने की जानकारी नहीं लग सकी। हैरानी वाली बात यह है कि रेशमा की मौत के बाद भी लगातार उनके फोन पर अनजान नंबर से व्हाट्सएप वॉयस, वीडियो कॉल और मैसेज आ रहे थे।

    ग्वालियर में बीएसएफ के इंस्पेक्टर से 70.29 लाख ठगे

    ग्वालियर में सबसे लंबे चले डिजिटल अरेस्ट का मामला सामने सामने आया है, जिसमें साइबर ठगों ने 30 दिन तक बीएसएफ के इंस्पेक्टर को निशाना बनाकर 70.29 लाख रुपये ठग लिए। उन्होंने मनी लॉड्रिंग केस में फंसे होने की धमकी देकर 25 बैंक खातों में 71 लाख 24 हजार 988 रुपये ट्रांसफर करा लिए। उन्हें विश्वास दिलाने के लिए इसमें से 94 हजार 998 रुपये लौटाए भी, लेकिन 70 लाख 29 हजार 990 रुपये हड़प लिए।

    यूपी का रहने वाला इंस्पेक्टर

    पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़ित 59 वर्षीय अबसार अहमद मूलत: उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के मधुबन निवासी है। उनकी टेकनपुर स्थित बीएसएफ अकादमी में पोस्टिंग है। उनके मुताबिक, दो दिसंबर को व्हाट्सएप पर ऑडियो कॉल आई। कॉल करने वाले ने कहा कि मुंबई साइबर ब्रांच से बोल रहा है। तुम्हारे खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस है। अरेस्ट वारंट निकला है।

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