जहरीले कफ सीरप मामले में डॉ. प्रवीण सोनी से दोबारा पूछताछ क्यों कर रही एसआईटी?
विषाक्त कफ सीरप से 24 बच्चों की मौत के मामले में आरोपित डॉ. प्रवीण सोनी को एसआईटी ने तीन दिन की रिमांड पर लिया है। उनकी पत्नी से मिली जानकारी के बाद यह कदम उठाया गया है। पुलिस उनसे दवा वितरण और सैंपल रिपोर्ट से जुड़े सवाल करेगी। इस मामले में आशीर्वाद मेडिकल स्टोर के संचालक और फार्मासिस्ट को भी न्यायिक हिरासत में भेजा गया है, क्योंकि उन्होंने बिना पर्ची के कफ सीरप बेची थी।

जहरीले कफ सीरप मामले में जांच जारी। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विषाक्त कोल्ड्रिफ कफ सीरप से 24 बच्चों की मौत के मामले में कोर्ट ने बुधवार को आरोपित डॉ. प्रवीण सोनी की तीन दिन की रिमांड पर एसआईटी को सौंपा। वह न्यायिक हिरासत में जेल में बंद है।
जानकारी के मुताबिक, डॉ. प्रवीण सोनी की पत्नी ज्योति सोनी से पूछताछ के बाद पुलिस को कुछ अहम जानकारी मिली है। इसके बाद डॉ. प्रवीण को फिर रिमांड पर लिया गया है। एसआईटी अब डॉ. प्रवीण से पूछताछ कर प्रकरण से जुड़े नए साक्ष्य जुटाएगी।
अहम सवालों के बारे में होगी पूछताछ
गुरुवार दोपहर परासिया पुलिस की एक टीम छिंदवाड़ा जेल पहुंची और डॉ. सोनी को अपने साथ ले गई। जांच टीम उससे दवा वितरण, बच्चों के इलाज और सैंपल रिपोर्ट से जुड़े कई अहम सवाल पूछेगी।
इन लोगों को भेजा गया न्यायिक हिरासत में
कुंडीपुरा थाना क्षेत्र निवासी चार वर्षीय अंबिका विश्वकर्मा की कोल्ड्रिफ कफ सीरप से मौत के मामले में पुलिस ने आशीर्वाद मेडिकल स्टोर के संचालक अशोक मिश्रा और फार्मासिस्ट अनिल मिश्रा को न्यायालय में पेश किया, जहां से दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। थाना प्रभारी महेंद्र भगत ने बताया कि आरोपितों ने बिना डाक्टर की पर्ची के कोल्ड्रिफ कफ सीरप बेची थी। उससे बच्ची की किडनी फेल हो गई।
जांच में सामने आया कि इस सीरप की सप्लाई भी श्रीसन फार्मास्युटिकल कंपनी की ओर से की गई थी। इस मामले में भी पुलिस अब कंपनी के मालिक रंगनाथन और केमिकल एनालिस्ट के. माहेश्वरी को आरोपित बनाने की तैयारी कर रही है। अब तक इस मामले में नौ आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

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