सौरभ शर्मा, चेतन और शरद पर बढ़ा ED का शिकंजा, सात दिन और होगी पूछताछ; जानिए पूरी बात
काली कमाई के आरोप में गिरफ्तार पूर्व परिवहन आरक्षक सौरभ शर्मा उसके करीबी चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल पर ईडी का शिकंजा बढ़ता जा रहा है। अब इन तीनों से 17 फरवरी तक ईडी पूछताछ करेगी। ईडी ने तीनों की गिरफ्तारी की औपचारिकता मंगलवार को ही जेल में कर ली थी। ईडी को अभी सौरभ शर्मा की संपत्तियों के बारे में पूरी जानकारी नहीं मिल सकी है।

जेएनएन, भोपाल। पूर्व परिवहन आरक्षक सौरभ शर्मा, उनके करीबी चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल से ईडी की टीम सात दिन और पूछताछ करेगी। ईडी के प्रोडक्शन वारंट को स्वीकृति करते हुए धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की विशेष कोर्ट ने तीनों को 17 फरवरी तक के लिए ईडी को सौंप दिया।
ईडी ने तीनों की गिरफ्तारी की औपचारिकता मंगलवार को ही जेल में कर ली थी। लगभग डेढ़ घंटे तक आरोपित पक्ष और सरकारी अधिवक्ता के बीच बहस के बाद कोर्ट ने तीनों को ईडी को सौंप दिया है।
पहले भी हुई है पूछताछ
जानकारी दें कि ईडी की टीम ने जेल में जाकर ही लगातार तीन दिनों तक पूछताछ की। पहले दिन शरद जायसवाल, दूसरे दिन चेतन सिंह गौर और सबसे अंत में सौरभ शर्मा के बयान दर्ज किए गए थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रत्येक दिन छह घंटे की पूछताछ की गई।
इस दौरान ईडी की टीम को सौरभ की संपत्तियों के बारे में पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है। यही वजह है कि अब पुलिस हिरासत में लेकर इनसे पूछताछ प्रारंभ की गई है। इस पूरे मामले में ईडी ने पीएमएलए के तहत मामला दर्ज किया है।
ईडी का पड़ा था छापा
बता दें कि 27 दिसंबर 2024 और 17 जनवरी 2025 को सौरभ चेतन, शरद के साथ उनके करीबियों के यहां भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और महाराष्ट्र के पुणे में ईडी ने छापा मारा था। छापा के दौरान करीब 25 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ 10 करोड़ रुपये चल संपत्ति के बारे में जानकारी मिली थी।
छापा के बाद नगद राशि को सील कर दिया गया। सोना और नकदी चेतन की स्वामित्व वाली गाड़ी में मिला था, जिसे आयकर विभाग ने जब्त किया था। इस पूरे मामले में चेतन पुलिस, लोकायुक्त और ईडी की पूछताछ के दौरान बताया था कि कार का उपयोग सौरभ और उसके कार्यालय के लोग ही कर रहे थे।
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